दुल्हन ने किया शादी से इंकार, बिना दुल्हन लौटी बारात

समस्तीपुर : शादी करने आए दूल्हे के अरमानों पर तब पानी फिर गया जब दुल्हन ने वरमाला के बाद फेरे लेने से इंकार कर दिया. यह अजीबो -गरीब स्थिति लालपुर गांव में निर्मित हुई .घंटों की समझाइश के बाद भी जब दुल्हन फेरे लेने को तैयार नहीं हुई तो आखिर दूल्हे को बिना दुल्हन के बारात को वापस ले जाना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार लालपुर निवासी रामचन्द्र महतो की बेटी की शादी रोसड़ा के बाधेपुर के अखिलेश महतो के लड़के सुजीत कुमार के साथ तय हुई थी. शादी के लिए निर्धारित समय रविवार को करीब 11 बजे रात बारात पहुंची.ग्रामीणों ने बरातियों का स्वागत किया. नाश्ते के बाद जयमाल की रस्म शुरू हुई .पंडाल में बने स्टेज पर सहेलियों के साथ दुल्हन के रूप में पहुंची चांदनी ने दूल्हा को देखते ही उसके गले में माला डालने से इन्कार कर दिया. परिवार की महिलाओं के दबाव में उसने माला तो पहना दी लेकिन स्टेज से उतरकर घर के अंदर पहुंचते ही शादी से इन्कार कर दिया. परिजनों द्वारा मान मनौवल पर उसने आत्महत्या की चेतावनी देते हुए घर से निकल गई. बेटी के पीछे-पीछे घबराए मां -बाप भी दौड़ पड़े. जबकि उधर सजधज कर तैयार मंडप में दूल्हा, दुल्हन का इंतजार कर रहा था.दो घंटे बीत गए लेकिन दुल्हन बाहर नहीं आई तो बरातियों एवं लोगों को समझने में देर नहीं लगी कि मामला गड़बड़ है.

इस बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि दूल्हे की उम्र काफी ज्यादा होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई.वहीं दुल्हन के पिता रामचन्द्र महतो ने भी दूल्हे की शादी पहले भी एक बार होने की बात कहते हुए कहा कि इस मामले में अगुआ बने एक संबंधी द्वारा झांसे में रखकर शादी कराने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन दुल्हन ने विरोध किया और भगवान ने सही समय पर बचा लिया.आखिर देर रात करीब 3 बजे दूल्हा खाली हाथ बिना दुल्हन के बारात को लेकर वापस बाधेपुर लौट गया.

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