भारत में ग्रीन बिल्डिंग की वृद्धि दर बढ़ने से इसकी रैंकिंग में सुधार हुआ है. 165 देशों में ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणित करने वाली रेटिंग एजेंसी यूएसजीबीसी के अनुसार ग्रीन बिल्डिंग रैंकिंग में भारत, चीन और कनाडा के बाद सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला तीसरा देश बन गया है. उल्लेखनीय है कि एजेंसी के अनुसार भारत में ग्रीन प्रोजेक्ट्स की वृद्धि हर साल करीब 30 फीसदी की दर से हो रही है. वर्ष 2001 में जहां भारत में ग्रीन बिल्डिंग एरिया 5 लाख वर्ग फ़ीट था जो आज 468 करोड़ वर्ग फीट तक पहुंच गया है. एक अनुमान के अनुसार 2022 तक यह आंकड़ा करीब 1 हजार करोड़ वर्ग फीट तक पहुंच जाएगा.फ़िलहाल ग्रीन बिल्डिंग के क्षेत्र में व्यावसायिक परियोजनाओं का 70 फीसदी योगदान है . वहीं आवासीय बिल्डिंग्स का सिर्फ 10-12 फीसदी योगदान है. आपको जानकारी दे दें कि ग्रीन बिल्डिंग उन इमारतों को कहा जाता है, जो इको-फ्रेंडली और एनर्जी एफिशिएंट होती हैं. इन इमारतों में हीटिंग, एयर कंडीशनिंग, वेंटिलेशन, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्‍यवस्‍था कुछ इस प्रकार की जाती है, कि जिससे पारंपरिक ऊर्जा का कम इस्तेमाल हो. यह भी देखें विदेशी कामगारों को ईपीएफओ ने दिया तोहफा सॉवरेन गोल्‍ड बांड की खरीदी 6 नवंबर से शुरू