नई दिल्लीः पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड तेजी से विकास की ओरअग्रसर है और प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को पीछे छोड़ती जा रही है. 31 मार्च को समाप्त वर्ष के दौरान पतंजिल की बिक्री में थोड़ा बदलाव ही आया है. पतंजलि के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कंपनी के राजस्व में कोई परिवर्तन नहीं आया है . इस बारे में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि अगले वर्ष और अच्छा प्रदर्शन करेगी, हालांकि नोटबंदी और माल और सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से कंपनी की ग्रोथ प्रभावित हुई है. कम्पनी ने बुनियादी ढांचे और वितरण श्रृंखला बढ़ाने के लिए निवेश किया है. इस वर्ष सिर्फ राजस्व वृद्धि पर ही नहीं व्यवस्था के विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया है.विश्लेषकों ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने पैकेज्ड सामान बनाने वाली कंपनियों पर असर डाला है . पतंजलि ने 31 मार्च 2017 को खत्म हुए वर्ष में 10,561 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया था, जो पिछले वर्ष से 5,000 करोड़ रुपए दोगुना था..कुछ लोगों का कहना है कि पतंजलि का विस्तार तो हो रहा है, लेकिन कंपनी की वितरण और आपूर्ति श्रृंखला इतने बड़े बाजार को संभालने में कुशल नहीं मानी जा रही है .इस कारण विकास गति प्रभावित हुई है. यह भी देखें कोचिंग सेंटर्स पर लगेगा 18 फीसदी जीएसटी भारत को विश्व की आध्यात्मिक शक्ति बनाएँगे - बाबा रामदेव