नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर यानि जीएसटी संग्रह फरवरी 2019 में 97247 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष इसी महीने में संग्रहित राजस्व 85,962 करोड़ रुपये की तुलना में 13़ 12 प्रतिशत अधिक है। हालांकि जनवरी 2019 में जीएसटी संग्रह 102503 करोड़ रुपये रहा था। मासिक आधार पर इसके संग्रह में कमी आयी है। पिछले वर्ष दिसंबर में जीएसटी संग्रह 94,726 करोड़ रुपये, नवंबर 2018 में 97,637 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 1,00,710 करोड़ रुपये रहा था। मूडीज का दावा, 2019, 2020 में 7.3 % रहेगी भारत की आर्थिक वृद्धि दर ऐसे पढता है असर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को यहाँ जारी बयान के अनुसार, 28 फरवरी तक 73़ 48 लाख जीएसटीआर-3बी रिटर्न भरे गये है। फरवरी 2019 में कुल 97247 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह में केंद्रीय जीएसटी यानि सीजीएसटी की राशि 17,726 करोड़ रुपये रही। राज्य जीएसटी यानि एसजीएसटी की राशि 24,192 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी यानि आईजीएसटी की 46,953 करोड़ रुपये रही। वीडियोकॉन मामला: चंदा कोचर और वेणुगोपाल के घर-दफ्तर पर ईडी का छापा इन राशियों का है सम्मलेन जानकारी के लिए बता दें आईजीएसटी में 21,384 कराड़ रुपये आयात पर संग्रहित कर भी शामिल है। उपकर के रूप में 8,476 करोड़ रुपये का राजस्व मिला जिसमें आयात संग्रहित जीएसटी 910 करोड़ रुपये भी शामिल है। सरकार ने फरवरी में आईजीएसटी से निपटान में 19,470 करोड़ रुपये सीजीएसटी के लिए और 15,747 करोड़ रुपये एसजीएसटी की मद में दिये हैं। नियमित निपटान के बाद केंद्र और राज्य सरकारों की कुल राजस्व प्राप्ति जनवरी में सीजीएसटी में 37,095 करोड़ रुपये और सीजीएसटी में 39,939 करोड़ रुपये थी। महिलाओं को डायन बताकर ले ली जान गाजियाबाद में तेल कारोबारी को गोली मार,पैसों से भरा बैग लूट कर भागे बदमाश एक साथ रोड पर निकलेंगी UPSRTC की 510 बसें, गिनीज बुक में दर्ज होगा रिकॉर्ड