नई दिल्ली : जीएसटी दरों को कम करने और नई व्यवस्था को अपनाने में आ रही प्रारंभिक परेशानियों की वजह से माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की वसूली अक्टूबर माह में करीब 10 प्रतिशत घटकर 83,346 करोड़ रुपये रह गई. इस कारण कई अहम प्रावधानों का लागू करने का मामला आगे के लिए टाल दिया गया है. इस बारे में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी बयान में बताया गया कि अक्टूबर में 50.1 लाख व्यवसायियों ने जीएसटी रिटर्न भरा, जिससे 83,346 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. जबकि पिछले महीने 92,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. राजस्व वसूली में आई इस गिरावट के पीछे कई उत्पादों पर जीएसटी दर में की गई कमी को ख़ास कारण माना जा रहा है. बता दें कि इस समय कारोबारियों की स्व घोषणा के आधार पर ही टैक्स वसूल हो रहा है. उल्लेखनीय है कि देश में जीएसटी व्यवस्था 1 जुलाई, 2017 से लागू की गई . जीएसटी लागू होने के शुरुआती तीन माह में एकीकृत जीएसटी यानी आईजीएसटी के रूप में अतिरिक्त टैक्स वसूली हुई थी. वित्त मंत्रालय के अनुसार जुलाई-अगस्त के लिए राज्यों को उनकी राजस्व भरपाई के लिए 10,806 करोड़ रुपये जारी कर दिए. जबकि सितंबर-अक्टूबर के लिए 13,695 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा रही है. यह राशि विलासिता और अहितकर सामानों पर वसूले गए सेस से जारी की गई है. यह भी देखें अब जीएसटी के खिलाफ बोले सिद्धू जीएसटी की श्रेणियों में होंगे बदलाव - सुब्रमण्यन