नई दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा एक राष्ट्र एक कर के सिंद्धांत को अपनाते हुए जीएसटी लाया गया था। जिससे टैक्स टेरर को खत्म किया जा सके। रेवेन्यू विभाग के मुताबिक,अगस्त महीने में देश का कुल जीएसटी संग्रह 98,202 करोड़ रुपये रहा है। यदि बीते वर्ष की समान अवधि यानी अगस्त 2018 की बात करें उस समय देश का कुल जीएसटी संग्रह 93,960 रुपये रहा था। इस तरह अगस्त 2019 के जीएसटी संग्रह की पिछले साल की समान अवधि से तुलना करें, तो यह इस बार 4.51 फीसद ज्यादा रहा है। इससे पहले जुलाई 2019 में देश का कुल जीएसटी संग्रह 1.02 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस साल जीएसटी संग्रह के आंकड़ों की बात करें, तो यह दूसरी बार हुआ है, जब GST संग्रह 1 लाख करोड़ रुपये के नीचे आया है। इससे पहले जून में देश का जीएसटी संग्रह 99,939 करोड़ रुपये रहा था। इस साल सेंट्रल GST संग्रह 17,733 करोड़, स्टेट GST संग्रह 24,239 करोड़ और इंटिग्रेटेड GST संग्रह 48,958 करोड़ रुपये रहा है। इसमें 24,818 करोड़ रुपये का कलेक्श्न आयात से आया है। रेवेन्य विभाग द्वारा जारी आंकडों के अनुसार, 7,273 करोड़ रुपये सेस से मिले हैं जिसमें 841 करोड़ रुपये का संग्रह आयात से हुआ। जुलाई का GSTR 3बी रिटर्न 31 अगस्त तक 75.80 लाख रुपये का फाइल किया गया है। सरकार की कोशिश है कि अधिक से अधिक लोगों को टैक्स के दायरे मे लाया जाए। जिससे सरकार की इनकम में बढ़ोतरी हो। मनमोहन के निशाने पर वित्त मंत्री का पलटवार संकट में एयरइंडिया, इन दो अतिरिक्त एयरपोर्ट पर तेल कंपनियां रोक सकती है ईंधन की सप्लाई गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर मनमोहन ने मोदी सरकार पर साधा निशाना