नयी दिल्ली : GST लागू होने से लोगों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. हालाकिं सरकार इसे और सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है और लगातार इससे होने वाली परेशानियों के लिए बैठक आयोजित कर इसमें संशोधन भी कर रही है, फिर भी परेशानियां तो बनी ही हुई हैं. इसका असर साफ़ देखा जा सकता है कि इस बार त्यौहार पर भारतीय बाज़ारों में हलचल कम रही. अब ग्यारस के बाद से शादी का सीजन शुरू होने वाला है लेकिन इस जीएसटी के चलते शादियों में होने वाले खर्चों पर भी इसका असर पड़ेगा. उद्योग मंडल के एसोचैम ने बताया कि इस बार शादियों के सीजन में टेंट बुकिंग, हॉल बुकिंग, कैटरिंग बुकिंग, फोटो और विडिओग्राफ़ी और अन्य सेवाओं में तकरीबन 10 से 15% तक का इजाफा होगा. उनका कहना है कि GST के दायरे में आने के कारण शादियों से जुड़ी सभी सेवाओं में मूल्य वृद्धि होगी जिससे लोगों को इन सभी सेवाओं पर 10 से 15% तक अधिक खर्च करना पड़ेगा. शादी की खरीददारी से लेकर अन्य सुविधाओं पर भी GST के तहत 18 से 28% की दर से कर का भुगतान करना होगा जिसके चलते शादियों का खर्चा बढ़ जायेगा. पहले हलवाई और कैटरिंग जैसी सेवाएं रजिस्टर्ड न होने के कारण नॉन-रजिस्टर्ड बिल पर काम करते थे, ऐंसे में उन्हें कोई भी कर नहीं चुकाना होता था. लेकिन GST के बाद से अब सभी को पक्का बिल देना होता है और निर्धारित दर पर टैक्स भी चुकाना पड़ता है जिसके चलते ये सेवाएं मंहगी हो गयी हैं. ऐंसे ही शादी की शॉपिंग में चाहे आभूषण खरीदें जाएँ या परिधान, हर किसी पर GST के तहत टैक्स चुकाना होगा जिससे इनके मूल्य में वृद्धि हो गयी है. अब ऐसे में सबसे ज्यादा आभूषणों की खरीददारी की जाती है और इस पर मूलयवृद्धि के कारण मंहगाई की मार जनता को झेलना पड़ेगी. रेस्टोरेंट में खाने के शौकीन लोगों को जल्द मिलेगी ख़ुशख़बरी बदल सकती है रेस्टोरेंट में लेवी की दर जेटली ने जीएसटी और नोटबंदी को साहसिक कदम बताया