नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद से प्रणाली में भ्रष्टाचार में कमी आ रही है और महंगाई में भी कमी आई है .यह जानकारी शुक्रवार को लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दी.उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद से औसत मुद्रास्फीति (महंगाई) में गिरावट आई है तथा 1 जुलाई 2017 से इस वर्ष 13 मार्च तक आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कोई बहुत भारी वृद्धि नहीं हुई है. बता दें कि एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि जीएसटी, जो कि एक लक्ष्य आधारित उपभोक्ता कर है, को इस तरह से तैयार किया गया है कि पंजीकरण, रिटर्न फाइल करने, कर का भुगतान, रिफंड और सूचित करने जैसी प्रक्रिया स्वचालित होने से अधिकारियों के साथ सीधी बातचीत की बहुत कम जरूरत पड़ती है.कहा जा सकता है कि इससे भ्रष्टाचार में कमी आई है . जब जीएसटी लागू हुआ था तो शुरुआती परेशानियों के चलते इसकी व्यापारी जगत ने खूब आलोचना की थी, लेकिन समय बीतने के साथ इसमें किये गए बदलावों से अब व्यापारियों को बहुत सुविधा हो गई है. उल्लेखनीय है कि एक सदस्य के मुद्रास्फीति की दर बढ़ने से जुड़े सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई 2017 से 8 महीने की औसत मुद्रास्फीति इसके लागू होने के पहले के 8 महीने की मुद्रास्फीति से कम रही साथ ही 1 जुलाई 2017 से 13 मार्च 2018 तक जरुरी वस्तुओं की कीमतों में कोई बहुत भारी वृद्धि नहीं हुई है. यह भी देखें जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले हो जाएं सावधान इंटर स्टेट ई-वे बिल 1 अप्रैल से लागू होगा