अहमदाबाद: गुजरात में कोरोना संक्रमण ने घातक रूप ले लिया है. हर दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं. नतीजा ये हो गया है कि उपचार कराने वाले मरीज बढ़ते जा रहे हैं और रिकवर होने वाले कम होते जा रहे हैं. इस कारण अस्पतालों में मरीजों को ना ही बेड मिल पा रहे हैं और यदि बेड मिल भी जा रहा है, तो ऑक्सीजन नहीं मिल रही है.रेमडेसिविर की किल्लत भी हो रही है. प्राइवेट अस्पतालों में ऐसी परेशानियां और अधिक है. इसलिए बुधवार को इन सबसे त्रस्त होकर डॉ. वीरेन शाह ने अहमदाबाद के अस्पताल और नर्सिंग एसोसिएशन (AHNA) के सेक्रेटरी पद से त्यागपत्र दे दिया है. डॉ. वीरेन शाह बीते कई दिनों से नगर निगम और सरकार के सामने प्राइवेट अस्पतालों में रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत का मुद्दा उठा रहे थे. किन्तु उन्होंने नगर निगम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाने का इल्जाम लगाया है. उनका कहना है कि प्राइवेट अस्पतालों को रेमडेसिविर और ऑक्सीजन लेने में समस्या हो रही थी. नतीजतन कई मरीजों और उनके परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज भी परेशान हैं. कोरोना काल में सुकून देने वाली खबर, फरवरी में 12.37 लाख लोगों को मिला रोजगार भारत में 5 प्रतिशत किया कच्चे तेल का उत्पादन, गैस के उत्पादन में भी हुआ परिवर्तन जानिए आज पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आया क्या बदलाव?