अहमदाबाद: गुजरात के साबरकांठा जिले में रामनवमी पर भड़की हिंसा के बाद अब सरकार कार्रवाई में जुट गई है. प्रशासन हिंसा में शामिल आरोपियों के मकान और दुकानों को ध्वस्त करने में लग चुका है. इसी क्रम में सोमवार को ही दंगा प्रभावित हिम्मतनगर इलाके में अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों को नोटिस थमाए गए हैं. जिसके बाद आज जब सुबह प्रशासन की टीमें बुलडोजर लेकर पहुंचीं, तो इससे पहले ही लोगों ने खुद ही अपने-अपने अवैध कब्जे हटाने आरंभ कर दिए. 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा में हुई हिंसा के बाद साबरकांठा के हिम्मतनगर इलाके में उपद्रवियों की गैर-कानूनी इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. साथ ही अन्य अवैध कब्जों को भी हटाया जा रहा है. मगर बुलडोजर की दहशत इतनी है कि लोग खुद ही हथौड़ा-फावड़ा लेकर कब्जे को हटा रहे हैं. बता दें कि 10 अप्रैल को साबरकांठा में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की तरफ से निकाली जा रही रामनवमी रैली पर दूसरे समुदाय के लोगों ने पत्थरबाज़ी कर दी थी. VHP हिम्मतनगर के छापरिया इलाके में रामनवमी की यात्रा निकाल रही थी. इसी दौरान पथराव की वारदात को अंजाम दिया गया. यहाँ हिंसा बढ़ गई और आगजनी की घटना हो गई. इस मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे. उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियों सहित कई अन्य वाहनों को आग लगा दी थी. पुलिस उपद्रवियों को चिन्हित करने के प्रयास में लगी हुई है. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस अधीक्षक सहित दर्जन भर पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बाराबंकी में HDFC बैंक में पढ़ी गई नमाज़, मैनेजर ने दी इफ्तार पार्टी, मुस्लिम खाताधारकों को बांटे तोहफे 16 YouTube चैनलों को मोदी सरकार ने किया बैन, फैला रहे थे भारत विरोधी प्रोपेगंडा, 68 करोड़ व्यूअरशिप नए संसद भवन में होगा शीतकालीन सत्र का आयोजन, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जताई उम्मीद