अहमदाबाद: दिनों दिन बढ़ती जा रही जुर्म और घटनाओं के साथ अब कोरोना का कहर भी जारी हो चुका है, जिसके चलते आज कई लोगों के दिलों में डर और दशहत बढ़ती ही जा रही है. वहीं इस बात का खास ख्याल रखते हुए देश भर में लॉक डाउन का आदेश जारी किया जा चुका है. वहीं हर दिन कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ ही जाता है, जो इंसान को अंदर तक हिला कर रख देता है. वहीं हाल ही में गुजरात के सूरत में लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात उग्र होकर सड़कों पर उतर आए. ये लोग उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे. अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले. पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में ले लिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात सूरत के लसकाना इलाके में लॉकडाउन से परेशान होकर सैकड़ों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए थे. वह अपने घरों को लौटने के लिए समुचित व्यवस्था किए जाने और उनके बकाये का जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग कर रहे थे. एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे इनमें से कुछ मजदूरों ने अपने गृह राज्य लौटने देने की मांग करते हुए वहां रखे हाथ ठेलों और दूसरे वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की. उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए पहुंची पुलिस ने कुछ मजदूरों को मौके से हिरासत में ले लिया. तब कहीं जाकर स्थिति काबू में आई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण यहां कई प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार को उन्हेंं अपने घर अपने गांव लौटने की अनुमति देना चाहिए. एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आगजनी की घटना ठीक एक दिन में हुई है, जब गुरुवार रात गुजरात में 116 नए मामलों की सूचना के बाद प्रदेश में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 378 हो गई है. उन्होंने कहा कि 24 घंटे के दौरान मामलों में यह सबसे अधिक वृद्धि है. जबकि इस दौरान दो मौतें भी हुई हैं, प्रदेश में अब तक कुल 19 लोगों की मौत हो चुकी है. आखिर क्यों गृह मंत्री अमित शाह ने BSF को दी चौकना रहने की चेतावनी ? कोरोना की चपेट में आया श्योपुर, डॉक्‍टर की गर्भवती बेटी भी निकली पॉजिटिव एक बार फिर दहला इंदौर, इस कोरोना वारियर ने गवाई जान