ओखी के चपेट में नहीं आएगा गुजरात - मौसम विभाग

अहमदाबाद : जहां एक ओर ओखी ने दक्षिण भारत में कोहराम मचा रखा है और वहां का जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर रखा है, वहीं दूसरी ओर इस चक्रवात का असर देश के अन्य शहरों में भी साफ़ देखा जा रहा है. देश के कई राज्यों में बिन मौसम बरसात हुई. दक्षिण भारत से अब यह चक्रवात गुजरात की ओर बढ़ चला है, ऐसे में मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि मछुआरे तात के करीब ना जाएं. गुजरात जहां अभी जंग का मैदान बना हुआ है और सभी राजनैतिक पार्टियां जीत की होड़ में एक-दूसरे पर वार पर वार किये जा रही हैं, ऐसे समय में ओखी की दस्तक से सभी के होश फाख्ता हो गए. कई राजनेताओं को अपने दौरे रद्द करने पड़ गए.

वहीं अब मौसम विभाग ने सूचना दी है कि जैसे-जैसे चक्रवात दक्षिण भारत से आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे वह कमज़ोर पड़ता जा रहा है. अब जो पहले अनुमान लगाया गया था हो सकता है उसके विपरीत अब यह चक्रवात सूरत के पास गुजरात तट तक न पहुंच पाए. मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार और बुधवार की मध्यरात्रि के दौरान ओखी को कमज़ोर पड़ता देखा गया और ऐसे में अब यह अनुमान लगाया जा रहा है की गुजरात तट तक पहुंचते-पहुंचते यह सामान्य हो जाये.

सूरत के दक्षिण पश्चिम किनारे से लगभग 240 किलोमीटर दूर ओखी को कमज़ोर पड़ता देखा गया. मौसम विभाग ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि - "पिछले 6 घंटों में पूर्वी मध्य अरब सागर से उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए चक्रवात में 18 किलोमीटर प्रतिघंटा की कमी आई है। ऐसा संभव है कि गुजरात के दक्षिणी किनारे की ओर उत्तर पूर्व में बढ़ते हुए 5-6 दिसंबर की रात ओखी चक्रवात और कमजोर होगा।" लेकिन बावजूद इसके मौसम विभाग ने अपनी चेतावनी को वापिस नहीं लिया है क्योकि अभी भी समुद्र में तेज़ हवाओं और तेज़ तूफानी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.

वहीं मौसम विभाग के निदेशक जयंत सरकार का कहना है कि - "चक्रवात पहले ही कमजोर हो गया है और आगे यह और कमजोर पड़ता जाएगा। यह संभव है कि गुजरात के तट से यह न टकराए और तट तक आने से पहले ही कमजोर पड़ जाए। सर्दियों में पर्यावरण की स्थितियों के कारण चक्रवात कमजोर पड़ गया है लेकिन अगर यह मॉनसून या उससे पहले आता तो स्थितियां अलग हो सकती थीं।"

कमज़ोर पड़ने के बावजूद मौसम विभाग का मानना है कि अभी भी गुजरात के कई हिस्सों में आने वाले 3 दिनों तक बारिश के आसार बने हुए हैं और अगले 18 घंटों तक समुद्र में उथल-पुथल मची रहेगी. मुंबई में इस चक्रवात के असर के चलते तेज़ बारिश के बाद यह अनुमान लगाया गया था कि ओखी अब सूरत की ओर जा सकता है ओर गुजरात पर अपना कहर बरपा सकता है. इसके चलते कई राजनेताओं को अपने दौरे और अपनी सभाएं स्थगित करनी पड़ी.

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