अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस और पाटीदार आंदोलन के नेताओं के बीच चर्चा सफल रही है। इस चर्चा के सकारात्मक रहने के चलते यह माना जा रहा है कि कांग्रेस को चुनाव में लाभ होगा। दरअसल पहले ही कांग्रेस अल्पेश ठाकोर को अपने साथ शामिल कर चुकी है। ऐसे में कांग्रेस के पक्ष में ओबीसी वोट बैंक नज़र आ रहा है। अब कांग्रेस द्वारा पाटीदार वोटबैंक को साधने का प्रयास किया गया, पाटीदार आरक्षण आंदोलन से जुड़े नेताओं की कांग्रेस नेताओं से सकारात्मक चर्चा रही। माना जा रहा है कि दोनों पक्ष आरक्षण नीति को लेकर सहमत रहे। ऐसे में चुनाव में प्रत्याशियों को मैदान में लाने को लेकर भी चर्चा हुई। इस मामले में गुजरात कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि पाटीदार नेताओं से चर्चा सफल रही। हालांकि रात्रि में लगभग 11 बजे कांग्रेस के 77 कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी हुई जिसे लेकर हंगामा हो गया और सूरत व अन्य क्षेत्रों में विवाद और तोड़फोड़ की स्थिति बन गई। हालांकि रविवार की शाम को नेताओं के बीच हुई चर्चा सफल रही। विभिन्न मसलों को सुलझा लिया गया है। अब जानकारी सामने आई हे कि सोमवार को हार्दिक पटेल बैठक और कांग्रेस व पाटीदार नेताओं के एकजुट होने की जानकारी सभी को देंगे। वे राजकोट से जानकारी दे सकते हैं। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर 12 सीट की डिमांड कर रहे हैं। कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की सूची में कुछ बदलाव कर सकती है। जानकारों का मानना है कि यदि उसे चुनाव में जीत हासिल करना है तो फिर उसके साथ जुड़े पाटीदार नेताओं और ओबीसी नेताओं को संतुष्ट रखना होगा। बीजेपी की दूसरी सूची में 36 उम्मीदवार हार्दिक को एक और झटका देने की तैयारी में बीजेपी रिटायर्ड जस्टिस भगवती प्रसाद का निधन गुजरात में हार्दिक की जनसभा को नहीं मिली मंजूरी