श्रीनगर: 50 वर्षों तक गांधी परिवार के विश्वसनीय रहे गुलाम नबी आज़ाद ने राहुल गांधी को बचकाना बताते हुए कुछ समय पहले कांग्रेस छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) का गठन किया था। अब गुलाम नबी आजाद ने देश की सबसे पुरानी राजनितिक पार्टी कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस की मौजूदा लीडरशिप का देश के लोगों के ऊपर कोई प्रभाव नहीं है। आज़ाद ने कहा की, “मैं कांग्रेस पार्टी को एक्सपोज और पूरी तरह से खत्म नहीं करना चाहता।” आज़ाद के इस बयान के बाद ये कयास लग रहे हैं कि, क्या उनके पास ऐसे कोई राज़ हैं, जिससे वे कांग्रेस को पूरी तरह एक्सपोज़ या ख़त्म कर सकते हैं, हालाँकि वे ऐसा करना नहीं चाहते। गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नहरू, राजीव और इंदिरा सदमा सह सकते थे। उनमें धैर्य था। उन्हें जनता का समर्थन भी प्राप्त था, जनता उनकी इज्जत करती थी। वे वक़्त के साथ अपने काम के माध्यम से वापसी कर सकते थे। लेकिन, आज के कांग्रेस नेतृत्व का जनता पर कोई असर नहीं है। आज़ाद ने अपनी बात जारी करते हुए कहा कि, “मैं कांग्रेस पार्टी को पूरी तरह से एक्सपोज और खत्म नहीं करना चाहता। मेरे लीडरशिप से कुछ मतभेद अवश्य हैं, मगर मेरे कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस विचारधारा से कोई मतभेद नहीं है।' आज़ाद ने कहा कि, 'मेरा कांग्रेस की विचारधारा या पहले के कांग्रेस हाई कमान से कोई मतभेद नहीं है। बेशक मैंने अपनी पुस्तक में नेहरू जी के समय में, इंदिरा जी के समय में, राजीव जी के समय में क्या गलत हुआ, इसका जिक्र किया है, लेकिन मैंने यह भी कहा कि वे बड़े नेता थे।' क्या तुष्टिकरण की राजनीति करवा रही हिंसा ? बिहार-बंगाल बवाल पर अनुराग ठाकुर का गंभीर सवाल 'भाजपा और बजरंग दल के लोगों ने करवाया दंगा..', CM ममता बनर्जी ने लगाया गंभीर आरोप यमुना अब भी जहरीली! केजरीवाल सरकार का दावा- हमने सफाई पर खर्च किए 6857 करोड़