श्रीनगर : जम्मू कश्मीर राज्य में हालात जस के तस बने हैं। ऐसे में राज्य के वरिष्ठ मंत्री प्रकाश ने यह बात कही है कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। इनका उपचार जूतों से ही किया जा सकता है। उनका कहना था कि जिस तरह की शक्तियां देशविरोधी हैं, उन्हें गोली के दम पर रास्ते पर लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पत्थरबाजों के लिए गन का ही सहारा लिया जा सकता है। गौरतलब है कि घाटी में उपजी अराजकता को लेकर पैलेट गन के उपयोग के स्थान पर प्लास्टिक बुलेट के उपयोग की बात की जा रही थी। जिसके बाद सरकार ने निर्णय लेते हुए उपद्रवियों का सामना करने के लिए प्लास्टिक बुलेट का उपयोग करने का निर्देश दिया। अब यह बात सामने आई है कि घाटी में उपद्रव की स्थिति निर्मित होने पर प्लास्टिक बुलेट का उपयोग किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा 1 हजार प्लास्टिक बुलेट कश्मीर घाटी में भेजी गई है। सुरक्षाबलों को आदेश दिया गया है कि वे भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन का उपयोग न करें। कश्मीर घाटी में हिंसा और तनाव बढ़ने से केंद्र और राज्य की सरकार चिंतित है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोर ग्रुप की बैठक आहूत की। बैठक में कश्मीर प्रमुख मसला था। दूसरी ओर मंगलवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कैबिनेट की आपातकालीन बैठक आयोजित की थी, जिसमें राज्य के गंभीर हालात पर चिंतन किया गया था। पाक ने फिर तोड़ा सीजफायर, भारत के जवाब से 8 पाकिस्तानी सैनिक ढेर घाटी में पथराव, कमांडर काॅन्फ्रेंस आज से जम्मू-कश्मीर की हिंसा बाहुबल से नहीं सुलझ सकती