आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्री शुरू होने वाली है जिसके लिए आप भी सभी तरह की तैयारी में लगे हुए होंगे. जानकारी ना हो तो बता दें, गुप्त नवरात्री 13 जुलाई से शुरू हो रही है. हिन्दू धर्म में गुप्त नवरात्री का काफी महत्व है. इसमें माँ दुर्गा के गुप्त रूप की आराधना की जाती है यानि माँ दुर्गा का काली रूप जिससे सभी भयभीत होते हैं. हालाँकि यही हैं जो आपके बिगड़े काम बना सकती हैं. इन दिनों आप माँ दुर्गा की आराधना करके सभी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं और मनोकामना पूरी कर सकते हैं. जब भी आप माँ दुर्गा का पाठ करने बैठें तो कुछ मंत्रों को जाप जरूर करें जिससे आपका जीवन सफल बनेगा. माना जाता है गुप्त नवरात्री में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और सुख समृद्धि आती है. दुर्गा सप्तशती में 700 श्लोक हैं जिन्हें आप पढ़ सकते हैं, लेकिन अगर आप इसका पथ नहीं कर पाते हैं तो हम आपको कुछ ऐसे मंत्र बताने जा रहे हैं जिनके करने से आपकी मोकामना पूरी ही जाएगी. आइये जानते हैं उन मन्त्रों को जो आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे. * सर्वकल्याण के लिए- सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुऽते॥ * आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्ति के लिए- देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्‌। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥ * बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए- सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः। मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय॥ * सुलक्षणा पत्नी प्राप्ति के ‍‍‍लिए- पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्ग संसारसागस्य कुलोद्‍भवाम्।। * दरिद्रता नाश के लिए- दुर्गेस्मृता हरसि भतिमशेशजन्तो: स्वस्थैं: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दरिद्रयदुखभयहारिणी कात्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता।। * ऐश्वर्य प्राप्ति एवं भय मुक्ति मंत्र- ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः। शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥ * विपत्तिनाशक मंत्र- शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणे। सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥ * शत्रु नाश के लिए- ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्‍टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वाम् कीलय बुद्धिम्विनाशाय ह्रीं ॐ स्वाहा।। * स्वप्न में कार्य-सिद्धि के लिए- दुर्गे देवी नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।। * सर्वविघ्ननाशक मंत्र- सर्वबाधा प्रशमनं त्रेलोक्यस्यखिलेशवरी। एवमेय त्वया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्‌॥ गुप्त नवरात्री में करें माँ दुर्गा के गुप्त रूप की पूजा, मिलेगा विशेष फल आषाढ़ माह में आने वाले हैं खास व्रत और त्यौहार भगवान जगन्नाथ के साथ बलराम और सुभद्रा के रथ निकलने का ये है कारण