आषाढ़ की नवरात्री को काफी खास माना जाता है. कहा जाता है इस नवरात्री में माँ दुर्गा की आराधना करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. इस नवरात्री को गुप्त नवरात्री भी कहा जाता है जिसमें खास तौर पर माँ दुर्गा के गुप्त रूप काली की पूजा की जाती है. जी हाँ, इसमें खास तौर पर माँ काली की आराधना की जाती है और नौ दिनों तक माँ दुर्गा के नौ रूप पूजे जाते हैं. आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकम तिथि से नवरात्री शुरू होती है जो इस बार 13 जुलाई से होने वाली है जो 21 जुलाई तक चलेगी. इसके अलावा ज्योतिषियों के अनुसार प्रतिपदा की तिथि क्षय होने के कारण गुप्त नवरात्रि 8 दिन की रहेगी यानी 14 जुलाई से गुप्त नवरात्री का पहला दिन माना जायेगा. आप भी माँ दुर्गा के रूप में घट स्थापना कर सकते हैं जिसे नौ दिनों तक एक ही स्थान पर रखकर उनकी पूजा करनी होगी. हर एक दिन माँ दुर्गा के रूप को समर्पित होगा और उस खास दिन को आप उसी रूप में पूज सकते हैं. अगर आपके घर भी माँ दुर्गा विराजती हैं तो बता देते हैं उनकी स्थापना के शुभ मुहूर्त जिससे आपको भी याद रहेगा कौनसा दिन कौनसी देवी को समर्पित है. आइये जानते हैं. * घटस्थापना एवं देवी शैलपुत्री पूजा-13 जुलाई 2018 शुक्रवार * देवी ब्रह्मचारिणी पूजा-14 जुलाई 2018, शनिवार * देवी चंद्रघंटा पूजा-15 जुलाई 2018, रविवार * देवी कुष्मांडा पूजा- 16 जुलाई 2018, सोमवार * देवी स्कंदमाता पूजा-17 जुलाई 2018, मंगलवार * देवी कात्यायनी पूजा-18 जुलाई 2018, बुधवार * देवी कालरात्रि पूजा-19 जुलाई 2018, बृहस्पतिवार * देवी महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी-20 जुलाई 2018, शुक्रवार * देवी सिद्धिदात्री, नवरात्री पारण-21 जुलाई 2018, शनिवार गुप्त नवरात्री में करें इन मंत्रों का जाप, माँ काली की होगी कृपा गुप्त नवरात्री में करें माँ दुर्गा के गुप्त रूप की पूजा, मिलेगा विशेष फल आषाढ़ माह में आने वाले हैं खास व्रत और त्यौहार