गुरूवार का दिन बड़ा ख़ास होता है. जी दरअसल गुरुवार के दिन गुरु ग्रह (बृहस्पति देव) और विष्णु भगवान दोनों की ही पूजा करते हैं. जी दरअसल ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कई मन्त्र हैं जिनके जाप किये जाने से बड़े लाभ होता है. वैसे अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ मन्त्र जिनका आप गुरूवार के दिन जाप कर सकते हैं और बड़ा लाभ पा सकते हैं. मंत्र के अलावा हम बृहस्पति देव की आरती भी लाये हैं जिसे आप गुरूवार के दिन शाम के समय करेंगे तो आपको बड़े लाभ होंगे. आइए बताते हैं आपको मंत्र और आरती. मंत्र- बुद्धि भूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पितम. ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:. ऊं बृं बृहस्पतये नम:. ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्. बृहस्पति देवा की आरती - ॐ जय बृहस्पति देवा ॐ जय बृहस्पति देवा, जय बृहस्पति देवा. छिन-छिन भोग लगाऊं, कदली फल मेवा.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. तुम पूर्ण परमात्मा, तुम अंतर्यामी. जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता. सकल मनोरथ दायक, कृपा करो भर्ता.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. तन, मन, धन अर्पण कर, जो जन शरण पड़े. प्रभु प्रकट तब होकर, आकर द्वार खड़े.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. दीनदयाल दयानिधि, भक्तन हितकारी. पाप दोष सब हर्ता, भव बंधन हारी.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. सकल मनोरथ दायक, सब संशय तारो. विषय विकार मिटाओ, संतन सुखकारी.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. जो कोई आरती तेरी प्रेम सहित गावे. जेष्टानंद बंद सो-सो निश्चय पावे.. ॐ जय बृहस्पति देवा.. अमेरिका में 'बैन' होने का डर, TikTok के सीईओ केविन मेयर ने दिया इस्तीफा ''ये रिश्ता क्या कहलाता है'' ने टीआरपी लिस्ट में बनाया अपना नाम इस राज्य में अस्पताल से भागे 4 कोरोना संक्रमित कैदी