देवगुरु बृहस्पति आने वाले 24 नवंबर से मार्गी चाल चलने वाले हैं। जी दरअसल इस समय गुरु मीन राशि में उल्टी चाल यानी वक्री अवस्था में हैं। जी हाँ और गुरु हर 13 महीने में लगभग 4 महीने के लिए वक्री हो जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार गुरु मार्गी होने से पहले कुछ राशियों पर विशेष कृपा करते हैं। आपको बता दें कि गुरु के मार्गी होने से पहले कुछ राशियों को लाभ हो सकता है। जी हाँ, देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है और देवगुरु बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय होना तय है। आपको बता दें कि देवगुरु बृहस्पति को गुरु को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। इसी के साथ यह भी बता दें कि बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। अब हम आपको बताते हैं गुरु मार्गी होने से पहले किन राशियों को लाभ देंगे। मेष राशि- इन राशिवालों के लिए कार्यक्षेत्र और व्यापार में वातावरण आपके अनुकूल रहेगा। साथियों के सहयोग से मुश्किल कार्य भी बन सकेंगे। इसके अलावा व्यापार में अचानक लाभ के अवसर सामने आएंगे। इसी के साथ मन में प्रसन्नता का भाव रहेगा। इसके अलावा व्यापारिक यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। वहीं दांपत्य या प्रेम में जीवन सुखमय रहेगा। मिथुन राशि- स्थितियां आपके अनुकूल रहेंगी। आपको आर्थिक लाभ के अवसर मिलेंगे। कार्यक्षेत्र और व्यापार में वातावरण आपके अनुकूल रहेगा। इसी के साथ साथियों के सहयोग से मुश्किल कार्य भी बन सकेंगे। व्यापार में अचानक लाभ के अवसर सामने आएंगे। इसी के साथ व्यापारिक यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। इसके अलावा परिवार का सहयोग मिलेगा और घर पर किसी अतिथि का आगमन हो सकता है। वृश्चिक राशि- कार्यक्षेत्र और व्यापार में वातावरण आपके अनुकूल रहेगा। इसके अलावा आपको भी साथियों का सहयोग मिलेगा। इसी के साथ अधिकारियों का सानिध्य प्राप्त होगा। आप नई योजनाओं पर कार्य आरंभ कर सकते हैं। इसके अलावा उन्नति के अवसर सामने आएंगे और नए निवेश के अवसर सामने आएंगे। मीन राशि- इसी के साथ कार्यक्षेत्र और व्यापार में वातावरण आपके अनुकूल रहेगा। इसी के साथ साथियों और अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। इसके अलावा आप सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहेंगे। इस दौरान नए-नए विचारों का आगमन होगा। इसके अलावा मुश्किल कार्य भी आसानी से बन सकेंगे। इसी के साथ कार्यक्षेत्र में नई ऊर्जा के साथ कार्य करेंगे। आज से आरंभ हुआ मार्गशीर्ष का महीना, जानिए लाभ-उपाय और किन बातों का रखना है ध्यान एकादशी के दिन तुलसी को नहीं अर्पित करना चाहिए जल, वरना होगा अनर्थ कैसे और क्यों लगता है चंद्र और सूर्य ग्रहण, जानिए यहाँ