नई दिल्ली: पूरे देश में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में अघोषित बिजली कटौती आग में घी डालने का काम कर रही है. देश के कई हिस्सों में हो रही बिजली कटौती के पीछे कोयले की किल्लत को प्रमुख कारण माना जा रहा है. अब बिजली कटौती से न केवल जनता, बल्कि कारोबारी और व्यापारी भी परेशान हो रहे हैं. गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन का कहना है कि अघोषित बिजली कटौती के कारण काफी नुकसान हो रहा है. यही नहीं एसोसिएशन ने विशेष बिजली आपूर्ति की मांग की है, ताकि उनके उद्योग चल सकें. साथ ही एसोसिएशन की तरफ से बिजली की निश्चित दरों में भी कटौती की मांग की है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में बढ़ रहे बिजली संकट पर बड़ी बैठक बुलाई है जो कुछ देर में आरंभ होने वाली है. इस बैठक में ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी आदि अधिकारी हिस्सा लेंगे. दूसरी ओर गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रमुख जेएन मंगला ने कहा कि, इन उद्योगों में मशीनों को बगैर रुके चलना होता है. मगर बिजली कटौती के चलने से मशीनें रुक जाती हैं, इसके कारण हमें नुकसान झेलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, औसतन रोज़ाना 11-11 घंटे की कटौती की जा रही है. इससे खासकर छोटी यूनिट को चलाना तक़रीबन असंभव हो गया है. उन्होंने बताया कि एसोसिएशन से कहा गया है कि बिजली की स्थिति 15 मई के बाद सही होगी. 'मैं अधिकारी हूँ, कमिश्नर से बात करुँगी..', नशे में धुत महिला अधिकारी ने सड़क पर जमकर किया हंगामा.. देखें Video 'मियाँ का बाड़ा' अब हुआ महेश नगर, राजस्थान में बदला रेलवे स्टेशन का नाम कांटास एयरलाइन ने नई अंतरराष्ट्रीय नॉनस्टॉप उड़ानों के लिए योजनाओं की घोषणा की