ग्वालियर: अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर, तो बीमार ससुर को चादर पर बैठाकर खींचते हुए ले गई बहु

ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित 397 करोड़ की लागत से अंचल के सबसे बड़े हजार बिस्तर अस्पताल में मरीजों के लिए कई परेशानियां हैं। करोड़ों खर्च कर बनाए गए अस्पताल में मरीजों के लिए स्ट्रेचर तक नहीं हैं। आलम यह है कि एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने ले जाने के लिए मरीज को चादर पर बैठाकर खींचकर ले जाना पड़ता है। इसी की एक मिसाल इस अस्पताल से फिर सामने आई है। 

 

दरअसल, साइकिल से गिरने के कारण विपिन ओझा के पैर की हड्डी टूट गई थी। इसी का उपचार कराने के लिए एक महिला अपने ससुर विपिन ओझा को लेकर शुक्रवार (24 मार्च) को हजार बिस्तर अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग की OPD में पहुंची। आर्थोपेडिक विभाग में डाक्टर ने सलाह दी कि मरीज को जेएएच के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जाए। जब महिला ने ससुर को OPD से बाहर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर ढूंढा, मगर नहीं मिला। इसके बाद महिला ने साथ में लेकर आई चादर को जमीन पर बिछाया और उस पर ससुर को बैठाकर खुद उस चादर को खींचते हुए C-ब्लाक के बाहर तक लेकर गई। 

जहां पर किराए से रिक्शा कर 800 मीटर दूर जेएएच के ट्रामा सेंटर पहुंची। यह पूरा मंजर वहां पर मौजूद डाक्टर, गार्ड सभी ने देखा, लेकिन किसी ने उसे एक स्ट्रेचर मुहैया कराना जरुरी नहीं समझा, क्योंकि हजार बिस्तर अस्पताल में स्ट्रेचर था ही नहीं। स्ट्रेचर की उपलब्धता है भी, लेकिन OPD के वक़्त मरीजों का भार अधिक होता है, उस समय हो सकता है कि कुछ समय के लिए स्ट्रेचर न हो। मुख्य गेट पर उपलब्धता रहती है।

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