एनबीसी सूट मार्क–5 एक ऐसा खास सुट होता है जो कि दो कपड़ों के बीच की परत में सक्रिय स्फैरिकल कार्बन कण की कोटिंग कर बनाया जाता है. इन कणों को कपड़े में एक विशिष्ट तकनीक की सहायता से लगाया जाता है. कार्बन के ये कण ही नाभिकीय, रासायनिक एवं जैविक अभिकारकों से जवान की रक्षा करेंगे. इन एनबीसी सूट मार्क–5 को 82 टेस्ट के बाद, ग्वालियर स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना ने सैनिकों की सुरक्षा के लिए इसकी आपूर्ति शुरू कर दी है. ये सूट कई मायनो में मार्क-4 से आधुनिक है. इस सूट को लॉक किया जा सकता है. इस सूट का वजन भी 250 ग्राम से कम है. देश में निर्मित इस सूट की लागत विदेश से मंगवाए जाने वाले शूट की लागत से सिर्फ एक चौथाई है. भारत ये सूट अभी तक जर्मनी से मंगवा रहा था. मतलब अब सूट मार्क–5 के लिए आत्मनिर्भरता बढ़ जायेगी. ग्वालियर स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास में ये शूट बनने से सीधी-सीधी लागत कम हो गई है. सेना के लिए एक विशेष तरह का मास्क भी बनाया गया है. ये मास्क हर तरह की विषैली गैसों को से भी सेना के जावानो की रक्षा करेगा. चार दर्जन आर्मी अफसर अभी भी उलझे है हनीट्रैप में सीमा पर भिड़ी पाक और अफ़ग़ान की सेनाएं जीतू राय की सफलता की कहानी