ग्वालियर: मध्य प्रदेश में अगस्त के शुरुआती दिनों में बारिश ने तबाही मचा दी। यहाँ बाढ़ जैसे हालात बन गए और यह देखते हुए युद्ध स्तर पर राहत बचाव कार्य किया गया। जी दरअसल यहाँ राहत शिविर लगाकर पीड़ितों को बचाया गया, और उसके बाद उनके लिए शेल्टर होम की व्यवस्था तक हुई। हालाँकि इन सभी के बीच ग्वालियर जिले से बाढ़ पीड़ित गरीबों ने शिकायत की है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उनके साथ भद्दा मजाक किया। जी दरअसल उन्हें प्रशासन ने फटे पुराने कपड़े, एक ही पैर के जूते और खराब सामान बांटा है। इस मामले को ग्वालियर जिले का बताया जा रहा है। जी दरअसल यहां बीते 24 अगस्त को नजरपुर गांव में बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने के लिए पहुंचे थे। बताया जा रहा है प्रशासन ने सांसद से राहत सामग्री बंटवा तो दी लेकिन अब पीड़ित SDM ऑफिस शिकायत लेकर पहुंचे। पीड़ितों का कहना है कि उन्हें फटे पुराने कपड़े, जूते, चप्पल और अन्य खराब सामान बांटा गया। बाढ़ पीड़ित अपने साथ हुए हालात की शिकायत लेकर SDM ऑफिस पहुंचे, और इसी के साथ वह अपने साथ फटे पुराने कपड़े, जूते-चप्पल एवं अन्य सामग्री भी ले गए। केवल यही नहीं बल्कि कार्यालय में ही उन्होंने फटे कपड़ों समेत पूरे सामान का ढेर लगा दिया। इस बारे में बात करते हुए बाढ़ पीड़ित महिलाओं का कहना है कि, 'प्रशासन ने उन गरीबों के साथ भद्दा मजाक किया है, इससे तो अच्छा होता कि उन्हें कुछ बांटा ही नही जाता। जूते-चप्पल ऐसे बांटे हैं कि जूते-चप्पल की जोड़ी में एक ही जूता और एक ही चप्पल मिला, दूसरी जोड़ी गायब रही।' इसी के साथ महिलाओं ने SDM कार्यालय में ही चेतावनी दी कि 'जब तक अधिकारी उनका निराकरण नहीं करेंगे, तब तक वे वहां से नहीं जाएंगे।' आज प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को 627 करोड़ रुपए की सहायता राशि देंगे CM शिवराज पूर्व IPS अफसर अमिताभ ठाकुर को जीप में भर ले गई यूपी पुलिस, बलात्कारी सांसद को बचाने का है आरोप MP: नहीं सुधर रहा बिजली विभाग, 100 यूनिट तक की बिजली पर दिया 62 हजार का बिल