ज़िंदगी की भाग-दौड़ और स्ट्रेस के बीच कैसे कोई अपनी कीमती ज़िंदगी को खत्म कर लेता है समझ नहीं आता. ऐसा ही एक मामला आया है ग्वालियर के गुढ़ा-घुड़ी का जहाँ पर एक महिला ने खुशी-खुशी अपने परिवार के साथ घर पर बेटे का जन्मदिन मनाया और फिर न जाने क्या हुआ रात में अचानक फांसी के फंदे पर झूल कर खुद की जिंदगी को खत्म कर ली. घटना ग्वालियर के गुढ़ा-घुड़ी की जहाँ पर नगर निगम में काम करने वाले मनोज कुशवाह और सगुन कुशवाहा के छोटे बेटे रितेश (32) का जन्मदिन था. जन्मदिन पर घर वालों के साथ बाहर के कुछ करीबी लोगों ने भी शिरकत की और सबने मिलकर इस दिन को सेलिब्रेट किया. सेलिब्रेट करने के बाद सभी ने मिलकर एक साथ खाना खाया. उसके बाद सभी लोग अपने घर चले गए और मनोज और सगुन भी सोने के लिए चले गए थे. रात को अचानक मनोज की नींद खुली और उसने पाया कि सगुन पास में नहीं है. मनोज ने जैसे ही सगुन को ढूँढना चाहा तो उसने पाया कि वो घर के एक पंखे पर फांसी के फंदे पर लटकी हुई है. घटना स्थल पर ही पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है कि "मैं ऐसी जिंदगी से तंग आ गई हूँ, अब और जीना नहीं चाहती.ऐसी जिंदगी जीने से अच्छा है मैं मर जाऊं, मरने से डर लगता है लेकिन ऐसी जिंदगी नहीं जीना चाहती हूँ." क्षेत्र के सीएसपी मुनीष राजौरिया ने बताया कि मृतिका का पति नौकरी करने के बावजूद जुआ खेलने का आदी था, पैसे दिक्कत होने पर वो महिला से पैसे मांगता था, साथ ही उस पर कर्ज भी है. वहीं मनोज कुशवाह ने इस बारे में कहा कि पत्नी का लिखा सुसाइड नोट साली ने लिखा है. हालाँकि अभी मामले की जांच चल रही है. बुजुर्ग पर क्यों भड़के गए दिग्विजय सिंह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: मन को खुश करना है तो हर दिन करे योगा किसान आंदोलन : इंदौर में फल सब्जियों के दाम आसमान पर