ग्वालियर: मध्य प्रदेश की ग्वालियर आरपीएफ ने एक शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है जो कि रेलवे ट्रैक पर ग्रीन सिग्नल पर आर्टिफिशियल यानी नकली रेड सिगनल लगाकर ट्रेनों को रोक कर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे. ताजा मामला बानमोर ..सांक रेलवे स्टेशन के मध्य नूराबाद स्टेशन का है. पुलिस ने पांच में से 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. जिन्हें न्यायालय के आदेश पर जेल पहुंचा दिया गया है. यह घटना ग्वालियर आरपीएफ थाना के अंतर्गत सांक बानमोर रेलवे स्टेशन के बीच नूराबाद रेलवे स्टेशन की बताई जा रही है. जहां अज्ञात बदमाशों ने ग्रीन सिग्नल पर एक कपड़ा लगाकर एक छोटी बैटरी के जरिए लाल सिग्नल को रेड लाइट में तब्दील कर दिया और ट्रेन के ड्राइवर को भ्रमित करने का प्रयास किया. रेड लाइट देख माल गाड़ी का ड्राइवर ट्रेन को रोकने को विवश हो गया, किन्तु ड्राइवर को शंका होने पर उसने गाड़ी की रफ़्तार बढ़ा दी और एक बड़ी घटना होने से बच गई. इसके बाद में माल गाड़ी के ड्राइवर ने झांसी रेलवे मंडल को इस घटना की जानकारी दी .इस सूचना के आधार पर आरपीएफ ग्वालियर की एक टीम नूराबाद रेलवे स्टेशन की ओर पहुंचा, जहां पांच बदमाश इसी किस्म की दूसरी घटना को अंजाम देने की फिराक में खड़े हुए थे. CRPF के जवानों ने बदमाशों का पीछा किया इनमें से तीन आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए जबकि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने इस तरह की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है. सरकार देगी छोटे कारोबारियों को प्रतिमाह इतनी पेंशन जेवराती खरीद कम होने से लुढ़का सोना नई सरकार बनते ही मजबूती के साथ शुरू हुआ कारोबार