ग्वालियर: कहा जाता है ना कि बेटियां तो घर की लक्ष्मी होती है. जो घर आँगन में महकती रहती है. ऐसे में बेटियों को भी बेटे के बराबर दर्जा देने के लिए सरकार द्वारा भी लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है. वही कई तरह की योजनाओ के द्वारा बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है. ऐसे में हाल ही में एक छोटे से गांव के सरपंच ने अपनी गांव बेटियों को अपनी बेटी के समान मानकर एक नयी मिसाल पेश की है जिसमे सरपंच द्वारा गांव की 45 बेटियों के नाम 2500-2500 की FD करवाई गयी. यह पूरा मामला ग्वालियर के बनवार पंचायत व वहां के सरपंच लाखन सिंह कुशवाहा का है जिसने अपने पंचायात में पिछले एक साल में पैदा होने वाली 45 बेटियों के नाम 2500 रुपये की FD की है. यह राशि उन्होंने अपने निजी पैसों में से दी है. 26 जनवरी 2016 को संकल्प लेने के बाद सरपंच लाखन एक साल में गांव में जन्मी सभी 45 बेटियों के नाम ढाई- ढाई हजार रुपये की FD 18 साल के लिए करा चुके हैं. बता दे कि सरपंच लाखन सिंह कुशवाहा के वैवाहिक जीवन को 25 साल हो गए हैं लेकिन उनकी कोई संतान नहीं होने के कारण वे गांव की बेटियों को ही अपनी बेटी की तरह मानते है, जिसके चलते उन्होंने यह कार्य किया है. एक ऐसी प्रथा, जहां पिता माँ के बाद बेटी से कर लेता है शादी जीवन में बच्चे मेरी पहली प्राथमिकता..... अब कुछ ऐसी नजर आई अक्षय की क्यूट बेटी....