वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा पूर्ववर्ती बराक ओबामा के कार्यकाल में बने एच -1 बी वीजा नियम को रद्द करने के विचार से अमेरिका में काम करने वाले भारतीय और उनके परिवार पर बहुत असर पड़ेगा.इस बदलाव से जीवन साथी साथ में काम नहीं कर पाएंगे . उल्लेखनीय है कि फ़िलहाल जारी नियमों के अनुसार जो एच-1बी वीजाधारक 2015 से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं, उनके जीवनसाथियों को एच-4 डिपेंटेंड वीजा पर कार्य करने की अनुमति है.यह नियम पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल का है. इसके तहत एच-4 वीजाधारकों को काम करने की अनुमति दी गई थी.जबकि इस साल जून तक 36 हजार से भी ज्यादा एच-4 वीजाधारकों को काम करने की अनुमति दी गई . लेकिन अब ट्रम्प प्रशासन इसमें बदलाव करना चाहता है . बता दें कि इस बारे में अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने कहा कि डीएचएस अपने नियमों को समाप्त करने का प्रस्ताव कर रहा है, जो कि एच-1बी वीजाधारकों की पति या पत्नी को काम करने का पात्र बनाता है. नियमों में यह बदलाव राष्ट्रपति ट्रंप के ‘बाय अमेरिकन और हायर अमेरिकन’ की नीति को ध्यान में रखकर किया जा रहा है .इसका व्यापक असर भारतीयों पर होगा. अमेरिका में एच-1बी वीजा पाने वालों में 70 प्रतिशत भारतीय हैं. इस नियम से पत्नी या पति को काम ना मिल पाने से यहां दूसरे देश से जॉब के लिए आने वालों में कमी आ सकती है. H-1B वीजा एक नॉन-इमिग्रेंट वीजा है. अमेरिकी कंपनियां H-1B वीजा के तहत टेक्नोलॉजी कंपनियां हर साल हजारों कर्मचारियों की भर्ती करती है . यह भी देखें विरोध में फूंका इजराइल-अमेरिका का झंडा उत्तर कोरिया के जहाजों को रोकेगा अमेरिका