इस्लामाबाद : आतंकी सरगना और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद अब भारत के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए पकिस्तान के मासूमो के हाथ में हथियार थमा रहा है. एक न्यूज़ एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हाफ़िज़ सईद की पार्टी जमात-उद-दावा के बैनर तले कई स्कूल और मदरसे संचालित किये जाते हैं. यह स्कूल और मदरसे जमात-उद-दावा चैरिटी से चलते हैं, इन स्कूलों और मदरसों में बच्चों को जम्मू-कश्मीर में इस्लाम के लिए पवित्र युद्ध लड़ने के लिए तैयार किया जाता है. वहीँ एजेंसी ने कहा है कि कश्मीर को पकिस्तान का आंतरिक हिस्सा बताते हुए उसके लिए जंग आगे भी जारी रखने की बात करते हुए कुछ आंदोलनकारियों को हाथों में बैनर लिए देखा गया और यह आंदोलनकारी जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद के कहने पर हाथों में बैनर लिए हुए थे. वहीँ जानकारी मिली है कि हाफ़िज़ की पार्टी जमात-उद-दावा के एक नेता सदाकत ने अपने नाबालिग बच्चे के हाथों में भी हथियार थमा दिए थे. आपको बता दें कि हाफ़िज़ की पार्टी की चैरटी विंग आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए धन की व्यवस्था करती है. एशिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने भारत के खिलाफ कश्मीर में जिहादी जंग छेड़ रखी है. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और खूंखार आतंकी हाफ़िज़ सईद से जुड़े जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को ऐंटी-टेरर कानून में सुधार के बाद प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल किया गया है. गौरतलब है कि आगामी जुलाई में पाकिस्तान में चुनाव होने हैं और आतंकी हाफिज सईद भी इस चुनाव का हिस्सा बनने जा रहा है और इसके पहले उसे पाकिस्तान सरकार ने नजरबंदी से रिहा कर दिया जिसके बाद से ही काश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं. हाफ़िज़ के रिहा होने का मकसद भारत के खिलाफ जंग छेड़ना है और हाफ़िज़ के इस काम में पाकिस्तान आर्मी और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी हाफ़िज़ का साथ दे रही है. पाकिस्तान ने की हाफिज के खिलाफ कार्यवाही ऑपरेशन "आल आउट" से घबराये आतंकियों में फूट सेना ने कहा अब हमारी कार्रवाई खुद बोलेगी