इस्लामाबाद : भारत के विरूद्ध बरगलाने वाले बयान देने वाले आतंकी हाफिज सईद को अब नज़रबंदी के दौरान डर लग रहा है। वह बहुत डरा हुआ है। बता दे कि पाकिस्तान द्वारा जमात उद दावा के सरगना को आतंकी सूची में डाल दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका और भारत के बीच इसे समन्वय और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों की एकजुटता का परिणाम बताया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलिफोनिक चर्चा हुई और दोनों ने आतंकवाद के खिलाफ कार्यवाही की बात कही थी। गौरतलब है कि अमेरिका में भी आतंकी हमला हो चुका है और भारत में हुए 26/11 के आतंकी हमले में भारतीयों समेत कई विदेशी भी प्रभावित हुए थे। हमले में अमेरिकियों की मौत भी हो गई थी। ऐसे में अमेरिका हाफिज़ सईद पर कार्रवाई करना चाहता है। इस मामले में अब तीनों स्तरों पर रणनीति का निर्माण किया गया है। जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद द्वारा समाज के लिए खतरा उत्पन्न किया गया है। बीबीसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार म्यूनिख में सुरक्षा सम्मेलन में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाफिज सईद पर की गई कार्रवाई को लेकर जानकारी दी। हाफिज सईद को कार्यवाही के बारे में पहले से मालूम था, इसलिए बदल लिया संगठन का नाम सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का रखा इनाम हाफिज के खिलाफ अब इंटरनेशनल लेवल पर कार्रवाई हो: भारत