मुंबई। आतंकी सरगना जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद को नज़रबंद किए जाने को लेकर पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि उसे नज़रबंद सुरक्षा कारणों के चलते किया गया है। अमेरिका के दबाव में नज़रबंदी नहीं की गई है। मिली जानकारी के अनुसार तहरीक ए तालिबान से लोगों की जान को खतरा बताया गया है। मिली जानकारी के अनुसार हाफिज को जान का खतरा है। हाफिज ने भी अपनी जान के खतरे का अंदेशा जताया है। उसे अफगानिस्तान के आतंकी संगठन टीटीपी ने मारने की धमकी दी थी। गौरतलब है कि यहां पर स्लीपर सेल सक्रिय है। वहां की सरकार ने हाफिज सईद के पाकिस्तान छोड़ने पर रोक लगा दी है। हालांकि जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद के विरूद्ध भारत द्वारा दिए जाने वाले सबूतो को पाकिस्तान नकारता रहा है और उसका कहना रहा है कि भारत पाकिस्तान पर यूं ही आरोप लगा रहा है। दूसरी ओर भारत की ओर से विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि पाकिस्तान जिस किसी भी तरह की कार्रवाई की बात कर रहा है उससे भारत समर्थन नहीं रखता है, उनका कहना था कि पाकिस्तान हर बार इसी तरह की बातें करता है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह जताता है कि वह कार्रवाई कर रहा है जबकि मुंबई में 26/11 में जो हमला हुआ था वह पाकिस्तान समर्थित था। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए कहता रहा है लेकिन पाकिस्तान की ओर से कोई कार्रवाईयां नहीं की जाती हैं। हाफिज को लेकर की गई कार्रवाई देशहित में, भारत ने जताई शंका फिल्म काबिल-रईस पाकिस्तान में होगी रिलीज 2 फरवरी का इतिहास : पाकिस्तान ने कश्मीर समझौते के लिए रखा था प्रस्ताव