रविवार को समाप्त हुई हजयात्रा

मक्का। आखिरकार इस वर्ष की हज यात्रा रविवार को समाप्त हुई। पांच दिन की यह यात्रा औपचारिक तौर पर समाप्त हो गई। इतना ही नहीं मक्का के गवर्नर खालिद अल फैजल ने कहा कि वार्षिक तीर्थयात्रा हज के आधिकारिक तौर पर समाप्त होने की घोषणा भी की गई। इतना ही नहीं बड़े पैमाने पर लोग हज हेतु सऊदी अरब पहुॅंचते हैं। इस दौरान जायरीनों का सैलाब उमड़ता है। यही नहीं लोग करीब 5 बार नमाज़ अता करने के साथ अपने आसपास के क्षेत्रों में जटिल अनुष्ठान अदा करती है।

फैजल ने कहा कि मक्का में पहले जरूर निर्माणकार्य के दौरान हादसे हुए थे और इन हादसों में लोग मारे गए थे। लोगों को बीमारियों से परेशानियाॅं हुई थीं कोई लोग बीमारी से ग्रस्त होकर मारे गए थे मगर इस वर्ष इस तरह की कोई केजुलिटी नहीं हुई और न ही कोई निर्माणकार्य को लेकर दुर्घटना हुई। इस बार व्यवस्था बेहद अच्छी रही और भगदड़ तक नहीं हुई।

गौरतलब है कि मक्का में बड़े पैमाने पर विश्वभर के मुस्लिम धर्मावलंबी एकजुट होते हैं सभी मक्का की मस्जिद में नमाज़ अता कर और यहाॅं बने शैतान को कंकर मारकर हज यात्रा पूर्ण करते हैं। जो हज यात्रा पर होते हैं उन्हें जायरीन कहा जाता है। हज यात्रा का लेकर देश में यात्रियों का कोटा दिया जाता है। कुछ वर्षों से भारत के कोटे को कम किया गया है। जिस पर कई लोगों ने कोटा बढ़ाने की मांग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की है।

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