यरूशलम: गाजा में लंबे समय से जारी संघर्ष के बीच हमास और इज़राइल के बीच हुए संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते का पहला चरण आज से लागू हो गया है। इज़राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की कि यह समझौता रविवार सुबह 11:15 बजे (स्थानीय समय) प्रभावी हुआ। हालांकि, यह समझौता पहले सुबह 8:30 बजे लागू होना था, लेकिन हमास द्वारा बंधकों की सूची में देरी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। इज़राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, "बंधकों की रिहाई के लिए सहमति बनी रूपरेखा के तहत, गाजा में संघर्ष विराम का पहला चरण 11:15 बजे से प्रभावी होगा।" प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को इस समझौते के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी और यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इज़राइल ने हमास से बंधकों की सूची प्राप्त करने के बाद इसकी जांच शुरू की। इस प्रक्रिया की निगरानी ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) गैल हिर्श कर रहे हैं, जो बंधकों और लापता व्यक्तियों के समन्वयक के रूप में कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बंधकों के परिवारों को प्रारंभिक जानकारी प्रदान की और मीडिया से अपील की कि वे परिवारों की गोपनीयता का सम्मान करें। बयान में कहा गया, "हम जनता और मीडिया से अनुरोध करते हैं कि सूची का विवरण साझा न करें और सावधानीपूर्वक काम करें।" इससे पहले, समझौते में तब रुकावट आई, जब इज़राइल ने यह स्पष्ट कर दिया कि बंधकों की सूची के बिना आगे बढ़ना संभव नहीं है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, "जब तक हमें रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिलती, तब तक हम इस रूपरेखा पर आगे नहीं बढ़ेंगे। समझौते के किसी भी उल्लंघन को सहन नहीं किया जाएगा।" इज़राइल सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में हमास के साथ युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को 24-8 मतों से मंजूरी दी थी। इसके तहत गाजा में फंसे 33 इज़राइली बंधकों के परिवारों को उनकी रिहाई के बारे में सूचित किया गया। यह समझौता अमेरिका और कतर की मध्यस्थता से संभव हो पाया। दोनों देशों ने बुधवार को घोषणा की थी कि यह समझौता 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। संघर्ष विराम के साथ ही दोनों पक्षों के बीच समझौते की प्रक्रिया जारी है। आने वाले दिनों में इस बात पर ध्यान केंद्रित होगा कि यह संघर्ष विराम कितना स्थिर रहता है और रिहाई की प्रक्रिया को कितनी सफलता मिलती है। इस समझौते के माध्यम से गाजा और इज़राइल के बीच शांति की उम्मीदें जगी हैं, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि किसी भी उल्लंघन से तनाव फिर से बढ़ सकता है। महाकुम्भ में सीएम भजनलाल ने लगाई आस्था की डुबकी, 8 करोड़ के करीब पहुंची श्रद्धालुओं की संख्या अब राहुल गांधी ने शुरू किया 'व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट', मोदी सरकार पर तेज़ होगा हमला महाकुम्भ मेले में लगी विकराल आग, कई टेंट झुलसे, दमकल की गाड़ियां मौके पर, देखें पहला Video