नईदिल्ली। भारत, चीन, अमेरिका और रूस को आतंकवाद के विरूद्ध एक होकर लड़ना होगा। अमेरिका में सत्ता में भागीदार डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन को पाकिस्तान को लेकर अमेरिका की वर्तमान नीति में बदलाव करना होगा। यह बात अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कही। दरअसल वे रायसीना डाॅयलाॅग के अंतिम सत्र में भारत के विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने चर्चा के दौरान इस तरह की टिप्पणी की। दरअसल हामिद करजई ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान को जीवित रखने हेतु आईएसआई दोषी है। आतंकवाद को रोकने के लिए अमेरिका को पाकिस्तान के अपने साथ की समीक्षा करना चाहिए। उनका कहना था कि आतंकवाद का सामना करने के लिए एशियाई देशों को और अमेरिका को भारत का साथ देना चाहिए। अकबर ने आतंकवाद के विरूद्ध सामूहिक वैश्विक कार्रवाई की अपील की। इस बात पर उन्होंने ध्यान दिया कि भारत की सीमा से एक इंच समझौता भी नहीं किया जाएगा।