जम्मू: जम्मू कश्मीर में आतंकी निर्दोष व्यक्तियों को निशाना बना रहे हैं। इससे बाहरी लोगों में खौफ का माहौल है। वो विशेष रूप से बाहरी लोगों एवं कश्मीरी पंडितों को निशाना बना रहे हैं। एक बिहारी श्रमिक के क़त्ल से गुस्साए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने फिर अपनी मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर को बिहारियों को सौंप दिया जाना चाहिए, इससे वहां सब ठीक हो जाएगा। कश्मीर में टारगेट किलिंग से बाहरी व्यक्तियों एवं पंडितों में खौफ का माहौल है। दहशतगर्दों ने वहां ईंट भट्ठे में काम करने वाले बिहार के एक मजदूर का क़त्ल कर दिया है। शु्क्रवार को मांझी ने ट्वीट किया, 'हमने पूर्व में बोला था कि 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म आतंकी षड्यंत्र है, जिसको दिखाकर कश्मीर में खौफ एवं डर की स्थिति बनाई जा रही है। कश्मीर में घटित आतंकी घटनाओं ने मेरी बातों को साबित कर दिया। मैं बस इतना ही कहूंगा कि यदि कश्मीर शांत करना है तो हम बिहारियों को सौंप दें, सब ठीक हो जाएगा।' दूसरी तरफ टारगेट किलिंग से कश्मीर में इन दिनों तनाव की स्थिति है। लोगों में भारी रोष है। वहीं, आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश की सुरक्षा को लेकर हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। उधर जम्मू से कश्मीर संभाग तक आतंकवाद तथा टारगेट किलिंग के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। घाटी से बड़े आँकड़े में कश्मीरी पंडित एवं अन्य अल्पसंख्यक कर्मचारी जम्मू की तरफ पलायन कर रहे हैं। इन कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें कश्मीर से बाहर स्थान्तरित किया जाए। उनका कहना है कि वे कश्मीर में डर के साये में नौकरी नहीं करना चाहते हैं। पूरे देश में 'पीएम श्री स्कूल' खोलेगी मोदी सरकार, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया पूरा प्लान 'अमेठी-सैफई से नहीं, बल्कि अयोध्या-काशी व मथुरा से है यूपी की पहचान..', योगी के मंत्री का बयान 'कभी वक़्त निकालकर मेरी काशी घूम आइए, वो काफी बदल गई है...', UP में निवेशकों से बोले PM मोदी