दिल्ली: गुजरात चुनावों में आरोप-प्रत्यारोपों के बाद अब दोनों पार्टियों के बीच राजनीतिक घमासान ठंडा होता नजर आ रहा है. मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आपसी खटास कुछ खत्म होती दिख रही है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जैसे ही राज्यसभा स्पीकर वैंकया नायडू ने सभा को स्थगित किया, वैसे ही प्रधानमंत्री विपक्ष की बेंच पर गए और सबसे मिले.इसी बीच मनमोहन सिंह के पास भी गए और दोनों ने हाथ मिलाये. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के कुछ और वरिष्ठ नेताओं के साथ भी हाथ मिलाया है, जिसमें उपाध्यक्ष पी जे कुरियन और अनुभवी कांग्रेस नेता कर्ण सिंह भी शामिल थे. पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह से कुछ देर तक बात भी की. आपको बता दें कि पिछले महीने गुजरात में विधानसभा चुनाव हुए थे. प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह पर आरोप लगाए थे कि मनमोहन सिंह समेत कुछ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों ने साथ मिलकर मेरे खिलाफ साजिश की. और उसके बाद मेरे खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किया गया. इस पर मनमोहन सिंह ने वीडियो बयान जारी किया और कहा, "मुझे झूठ फैलाने से बहुत दुख होता है, मेरे बारे में जो भी फैलाया जा रहा है वो झूठ है. और मैं इस झूठ से आहत हूं. देश के प्रति मेरा ट्रैक रिकॉर्ड हर कोई जानता है." गुजरात चुनाव के बाद नाराज विपक्षी नेताओं ने संसद में हंगामा किया और मनमोहन सिंह से माफी मांगने की मांग को लेकर हंगामा हुआ. इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि पीएम मोदी की न तो ऐसी कोई मंशा थी और न ही मनमोहन सिंह के देश के प्रति समर्पण पर सवाल उठाने का मतलब था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन के बीच हुई बातचीत का रिकॉर्ड नही है, लेकिन संसदीय कार्यकारी और बीजेपी नेता अनंत कुमार ने बताया कि आज का सत्र अपेक्षा से ज्यादा अच्छा रहा. ऐसा पहली बार हो रहा है कि लोकसभा के मुकाबले दोगुने बिलों को पास किया गया. लेकिन लोकसभा द्वारा पारित किए गए 13 में से थोड़े से कम हैं हिमाचल प्रदेश में विधायक दल के नेता होंगे मुकेश अग्निहोत्री तीन तलाक बिल राज्यसभा में पेश जेटली ने कहा कांग्रेस के अधूरे काम सरकार पुरे कर रही है