ज्योतिष शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्व है जिसके अनुसार हमारे हाथों की रेखाओं से हमारे स्वभाव, चरित्र एवं भविष्य का पता चलता है हमारे हाथों में कई प्राकार की रेखाएं होती है किन्तु इन सभी रेखाओं में हमारी ह्रदय रेखा हमारे चरित्र की जानकारी देती है. तो आइये जानते है आपकी ह्रदय रेखा क्या कहती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की ह्रदय रेखा गुरु एवं शनि पर्वत के मध्य से आरम्भ होती है उस व्यक्ति के मन में काम वासना की भावना प्रबल होती है. ऐसे व्यक्ति किसी से अपने प्यार का इजहार करने में देर नहीं करते. इन व्यक्तियों से हमे सतर्क रहना चाहिए क्योकि ऐसे व्यक्ति अपनी वासना की पूर्ती के लिए प्यार का इजहार करते है लेकिन इनके प्यार में सच्चाई नहीं होती है. जिन व्यक्ति की ह्रदय रेखा गुरु एवं शनि पर्वत के मध्य से प्रारंभ होकर जंजीर नुमा होती है और उनका शुक्र पर्वत अधिक उभरा होता है तो उन व्यक्तियों का चरित्र संतुलित नहीं होता ऐसे व्यक्ति अपने से विपरीत लिंग के व्यक्ति को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए कुछ भी कर सकते है. यदि किसी व्यक्ति की ह्रदय रेखा गुरु पर्वत से प्रारंभ होती है तो वह व्यक्ति बड़ा ही दयालु और धार्मिक होता है तथा अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग रहता है और यदि किसी की हथेली में भाग्य रेखा एक से अधिक हो तो वह व्यक्ति बहुत गुणवान एवं महान होता है. जिस व्यक्ति का शुक्र पर्वत बहुत उभरा हुआ होता है एवं गुरु शनि के बीच ऊँगली के पास से यदि उसकी ह्रदय रेखा का प्रारंभ होता है तो वह व्यक्ति अपनी काम वासना को अपने वश में नहीं कर पाता तथा कोई भी अधर्म या अनैतिक कार्य कर सकता है. क्या आपकी जीवन रेखा भी ऐसी है? बस एक मोर का पंख दिलाएगा आपको पैसो की तंगी से छुटकारा ये सात पौधे जो होने चाहिए हर घर में बिना धन खर्च के भी आती है घर में खुशियां