आप सभी इस बात से वाकिफ ही होंगे कि हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का विशेष महत्व माना जाता है. ऐसे में अगर हर दिन पूजा अर्चना के समय हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो आपको लाभ मिल सकता है लेकिन अगर आप इसका पाठ नहीं करते हैं तो आप अपनी आदत में इन्हे शामिल कर सकते हैं, क्योंकि हनुमान चालीसा से केवल हनुमान जी नहीं प्रसन्न होते हैं बल्कि आपकी हर इच्छा भी पूरी हो जाती हैं इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं हनुमान चालीसा के चौपाइयों की महत्व के बारे में, जिन्हे पढ़ने मात्र से आपके सारे कष्ट कट सकते हैं. तो आइए जानते हैं. आपको बता दें कि तुलसी दास द्वारा रचित हनुमान चालीसा में कुल 40 चौपाई हैं इसी के साथ हर चौपाई का अपना अलग महत्व होता हैं जिसकी साधना आप अपनी इच्छा पूर्ति के लिए कर सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको एक मुख्य चौपाई का पाठ बताने जा आरहे हैं. जी दरअसल चौपाई के पाठ से मनोकामना पूरी करने के लिए कुछ सामान्य से नियम भी बताए गए हैं जिनका पालन करना लाभदायक साबित हो सकता है. ऐसे में ध्यान रहे कि पाठ शुरू करने से पहले भगवान श्री राम और हनुमान जी की पूजा करें और उसके बाद जैसी कामना हो उसी के मुताबिक चौपाई का ध्यान करें और कम से कम 40 दिनों तक नियमित उस चौपाइ्र का 108 बार जाप करें. चौपाई - श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार।। ध्यान रहे इस दोहे के पाठ से स्मरण शक्ति और बौद्धिक क्षमता बढ़ती हैं स्वास्थ्य के मामले में भी यह चौपाई लाभकारी मानी जाती हैं. चौपाई - नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा॥२५॥ ध्यान रहे इस चौपाई के पाठ से रोग दोष का नाश हो जाता हैं वही स्वास्थ्य संबंधी परेशानी में इन चौपाई का जप लाभप्रद हो सकता है जन्माष्टमी पर जान लें श्री कृष्णा से जुडी यह 10 बातें आपके घर की डोरबेल भी हो सकती है आपके विनाश का कारण रखे इस बात का ध्यान इस वजह से महाभारत में शामिल नहीं हुए थे श्री कृष्णा के बड़े दाऊ बलराम