हिन्दू पौराणिक शास्त्रों व ग्रंथों में इस बात का उल्लेख किया गया है, कि भगवान राम की सहायता के लिए भगवान राम के पूर्व ही भगवान शिव ने वानर कुल में जन्म लिया, जिससे की भगवान विष्णु के अवतार लेने का उद्देश्य पूर्ण हो सके. शास्त्रों में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि भगवान राम के जीवन में आने वाले असंभव कार्य हनुमान द्वारा ही पूर्ण हो सकते है. अन्य कोई दूसरा इन कार्यों को करने में सक्षम ही नहीं था. तो आइये जानते हैं वह कौन से कार्य हैं जो केवल हनुमान जी ही कर सकते थे? शक्तिशाली दानवों का वध – राम-रावण युद्ध में हनुमान जी ने अपने पराक्रम से बहुत ही बलशाली दानवों धूम्राक्ष, अकंपन, देवांतक, त्रिशिरा, निकुंभ आदि दानवों का संहार किया था. इस कार्य को अन्य कोई भी करने में समर्थ नहीं था. समुद्र पार करना – जिस समय सभी वानर और भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण के साथ माता सीता की खोज कर रहे थे. तब हनुमान जी, अंगद और जामवंत आदि वीर समुद्र तट पर पहुंचे जिसे पार करने की क्षमता हनुमान जी के आलावा अन्य किसी में नहीं थी, जिससे हनुमान जी ने उस समुद्र को एक छलांग में पार कर दिया और माता सीता के पास पहुंच गए. लंका दहन – माता सीता से भेंट करने के बाद हनुमान जी माता सीता की आज्ञा से अशोक वाटिका फल खाने चले गए, वहां उन्होंने रावण के बलशाली पुत्र अक्षयकुमार का वध कर दिया. तथा रावण की सोने की लंका को जलाकर राख कर दिया. संजीवनी बूटी लाना – राम रावण युद्ध में जब रावण के पुत्र इन्द्रजीत ने ब्रहमास्त्र का प्रयोग कर लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया इस शक्ति का उपचार केवल संजीवनी बूटी के द्वारा ही किया जा सकता था यह बूटी केवल हिमालय पर्वत पर पायी जाती थी जिसे हनुमान जी ही लेकर आ सकते थे दूसरा कोई भी इस बूटी को उचित समय पर लाने में सक्षम नहीं था. बुधवार के दिन किया गया ये काम बुध गृह को शांत करता है मंत्र में जोड़ा गया ये शब्द बड़ा ही फलदायी होता है ये लोग मरते दम तक करते हैं सच्ची मोहब्बत स्त्री हो या पुरुष, भूल कर भी न करें ये काम