बैसाखी के उपलक्ष में बेहतरीन शायरियां

नचले गाले हमारे साथ, आई है बैसाखी खुशियों के साथ, मस्ती में झूम और खीर पूरी खा, और न कर तू दुनिया की परवाह, बैसाखी मुबारक हो।

 

खुशबू तेरी यारी दी साणूं महका जांदी है तेरी हर इक किती होयी गल साणूं बहका जांदी है साह तां बहुत देर लगांदे ने आण जाण विच हर साह तो पहले तेरी याद आ जांदी है हैप्पी बैसाखी

 

तुसी हसदे हो सानू हसान वास्ते, तुसी रोने ओ सानू रूआन वास्ते, इक वारी रुस के ता वेखो सोनेओ, मर जावांगे तुआनू मनान वास्ते, बैसाखी दा दिन है खुशियां मनान वास्ते, बैसाखी दीयां वधाईयां।

 

नए दौर, नए युग की शुरुआत, सत्‍यता, कर्तव्‍यता हो सदा साथ, बैसाखी का यह सुंदर पर्व, सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ.

 

खुशबु आपकी यारी की हमें महका जाती है, आपकी हर एक की हुई बात हमें बहका जाती है, सांसें तो बहुत देर लगाती हैं आने-जाने में, हर सांस से पहले आपकी याद आ जाती है. बैसाखी मुबारक हो.

 

बैसाखी का खुशहाल मौका है, ठंडी हवा का झौंका है, पर तेरे बिन अधूरा है सब, लौट आओ हमने खुशियों को रोका है,

 

एस एम एस भेजण दा नहीं सी शौंक साणूं तेरी याद ने मोबाइल फड़ा दित्ता मैसेज लिखदे लिखदे स्पेस मुक्की अस्सी ओवरराइट अलाउड ला दित्ता यारा मेरेया मैसेज रिप्लाइ करीं अस्सी अपणा फर्ज निभा दित्ता हैप्पी बैसाखी

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