बॉलीवुड इंडस्ट्रीज में कॉमेडी के नए आयाम स्‍थापित करने वाले एक्‍टर अशोक सर्राफ आज अपना जन्मदिन मना रहे है। उनका जन्‍म 4 जून 1947 को साउथ मुंबई के चिखलवाडी में हुआ था। अशोक के पिता चाहते थे कि वह अपनी शिक्षा पूरी कर कोई अच्‍छी नौकरी करें, लेकिन उनके दिल दिमाग में अभिनय करने का सपना जन्म लेता जा रहा था। हालांकि पिता की इच्‍छा को मनाते हुए उन्‍होंने स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी कोज्‍वाइन कर लिया था। अशोक के पिता इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का बिज़नेस करते थे और उन्‍हें खुशी हुई कि बेटा बैंक में नौकरी करने लगा। हालांकि अशोक की आंखों ने उनका सपना निकलता हुआ नज़र आ रहा था। नौकरी के साथ साथ वह नाटक करते रहे और अपने शौक को जिंदा रखते थे। एक्टिंग में मुकाम तलाशते तलाशते उन्‍होंने नौकरी के 10 वर्ष पूरे किए। विदूषक की भूमिका ने शुरुआत: मीडिया रिपोर्ट्स अशोक ने प्रसिद्ध मराठी लेखक वि. स. खांडेकर की किताब ‘ययाति’ पर आधारित एक नाटक में हिस्सा लिया। इस नाटक में वह विदूषक बने थे। यहां से उनके कर‍ियर की शुरुआत हो गई। जिसके उपरांत उन्‍हें 1971 में आई मराठी मूवी ‘दोन्हीं घरचा पाहुणा’ (दोनों घर का मेहमान) में रोल मिला और वह छाते चले गए। पांडू हवलदार से मिली पहचान: वर्ष 1975 में आई दादा कोंडके की मूवी ‘पांडू हवलदार’ ने अशोक को सफलता को एक और नया रूप दिया। जिसके उपरांत वह ‘करन अर्जुन’ ‘यस बॉस’ ‘जोरू का गुलाम’ में दमदार भूमिका में दिखाई दिए। अजय देवगन की मूवी ‘सिंघम’ से भी उन्‍हें खूब लोकप्रियता मिली। ऐसा है परिवार: हिंदी सिनेमा में लगभग 50 वर्ष पूरे कर चुके अशोक सर्राफ ने एक्ट्रेस निवेदिता जोशी से शादी कर ली थी। दोनों का एक बेटा है जिसका नाम अनिकेत है। अशोक सराफ अपनी पत्नी निवेदिता जोशी से 18 वर्ष बड़े हैं। अशोक सर्राफ जब 24 साल के थे तो निवेदिता उस वक्त महज 6 वर्ष की थी। ‘Oh My God 2’ में नहीं नजर आएंगे परेश रावल, पंकज त्रिपाठी लगाएंगे एक्टिंग का तड़का सिकंदर खेर के लाइव वीडियो में नजर आईं किरन खेर VIDEO: इवनिंग वॉक पर निकले नसीरुद्दीन शाह, पुलिस ने वापस लौटाया घर