भोजपुरी सिनेमा की जानी मानी एक्ट्रेस रानी मुखर्जी को आज के समय में कौन नहीं जानता है, वह हमेशा ही किसी न किसी बात के चलते चर्चाओं में बनी रहती है, वहीं रानी आज अपना जन्मदिन मना रही है. रानी जन्म मुंबई में हुआ था और यहीं पर इनका सारा बचपन भी बिता। वर्ष 2003 में भोजपुरी पारिवारिक नाटक फिल्म ससुरा बड़ा पइसावाला में मनोज तिवारी के साथ किरदार निभाया कर पहली बार मूवीज में कदम रखा था। ये मूवी बहुत सफल रही और कई सारे पुरस्कार भी हासिल किए। इन्हें नागिन के लिये 2013 में हुए 6वें भोजपुरी पुरस्कार समारोह में वर्ष की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया था। अपनी पहली फिल्म करने के उपरांत इन्होंने कई अन्य फिल्मों में भी कार्य किया था, हालांकि कोई भी उतना अधिक सफल नहीं हो पाया। इन फिल्मों में बंधन टूटे ना (2005), दामाद जी (2006), सीता (2007), तोहार नइखे कवनो जोड़ तू बेजोड़ बाड़ू हो (2009), देवरा बड़ा सतावेला (2010), दिलजले (2011), छैला बाबू (2011), फूल बनल अंगार (2011), गंगा यमुना सरस्वती (2012) और धड़केला टोहरे नेम करेजवा (2012) है। 2013 में इनकी फिल्म नागिन आई, जिसके लिए इन्हें पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके बाद रानी न॰ 786 (2013) में इन्होंने काम किया। 2013 में केवल दो फिल्मों में काम करने के बाद 2014 में इन्होंने कई सारे फिल्मों में काम किया। जिसमें इंस्पेक्टर चाँदनी, रानी चली ससुराल, रावड़ी रानी, शेरनी, प्रेम दीवानी, चाँदनी, एक लैला तीन छैला, दरिया दिल और भगजोगनी था, इसके बाद 2015 में इन्होंने दिल दीवान माने ना, छोटकी दुल्हिन, दिल और दीवार, माई का कर्ज़, दुलारा, जानम, पायल, दुर्गा, रानी बनल ज्वाला थी। इसके बाद 2016 में कर्ज़, शिव रक्षक, वकालत, घरवाली बाहरवाली, मैं रानी हिम्मत वाली, जोड़ी न॰ 1, परशासन, रियल इंडियन मदर, देवरा इशकबाज़, लव और राजनीति 2 शामिल है। 2017 में इनकी दो ही फिल्म प्रदर्शित हुई, जिसमें रंगबाज़ और इच्छाधारी है। हरियाणा में एक और लव जिहाद ? 21 दिनों से लापता है लड़की, परिवार वालों ने लगाए ये आरोप भारत के लिए हो रहा नई सुबह का आगाज, लगातार गिर रहा कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 'लव जिहाद' के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन, निकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग