कर्णाटक के स्टाइलिश बल्लेबाज 'रोबिन उथप्पा' का आज 35वां जन्मदिन है. 11 नवंबर 1985 को कर्नाटक के कुर्ग में जन्‍मे रॉबिन को शार्टर फॉर्मेट का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है. बल्लेबाजी के अलावा रोबिन जरुरत पड़ने पर खुद को एक विकेटकीपर के रूप में भी साबित कर चुके है. आईपीएल के कई मैचों में वे विकेटकीपर बल्‍लेबाज की हैसियत से उतर चुके हैं. वैसे तो रोबिन को अंतर्राष्ट्रीय बल्लेबाजी में कुछ ज्यादा मौके नहीं मिले लेकिन उनके निजी ज़िन्दगी में रोबिन ने बहुत से उतार-चढ़ाव देखे है. उथप्पा के पिता वेणु अंतरराष्ट्रीय हॉकी रेफरी रह चुके हैं. हॉकी से जुड़े परिवार से आने बावजूद उथप्पा ने अपने भविष्य के लिए क्रिकेट को ही चुना. काफी कम उम्र से उथप्पा ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. क्रिकेट के इतिहास में उथप्पा ने कुछ खास परिया तो नहीं खेली थी लेकिन फिर भी टी-20 में उन्होंने एक ऐसी गेंद फेंकी थी, जिसने इतिहास लिख दिया था. अपने क्रिकेट के करियर में रोबिन ने टी-20 में सिर्फ एक ही गेंद फेंकी थी जिसने उन्हें अमर बना दिया था. यह बॉल उन्होंने अपने पहले टी-20 मैच में पाकिस्तान के खिलाफ बॉल आउट के दौरान बॉल डाली थी, जो सीधे स्टंप्स पर लगी और भारत ने क्रिकेट इतिहास का पहला और आखिरी बॉल आउट जीत लिया. बता दें कि 2002 में ही उथ्प्पा ने 17 साल की उम्र में ही कर्नाटक के लिए रणजी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. इससे पहले उन्होंने कर्नाटक के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और अपनी पहली पारी में 61 रन भी बनाए. उथप्पा ने 2004 की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा रहे है. अपने वनडे डेब्यू में उथप्पा ने इंग्लैंड के खिलाफ इंदौर में 86 रनों की पारी खेली. यह उस वक्त डेब्यू मैच में भारत के लिए सर्वाधिक स्कोर था. उन्होंने बृजेश पटेल का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 82 रन बनाए थे. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पहली महिला निदेशक आलिया ज़फर IPL 2020: दिल्ली और मुंबई में खिताबी जंग आज, पूर्व दिग्गज ने DC को दी ये अहम सलाह आज होगा इंडियंन प्रीमियर लीग का अंतिम मुकाबला, फाइनल से पहले मुंबई को लगा बड़ा झटका