1- हैप्पी रोज डे 2- हर रोज, रोज डे आये, इस बहाने तू मेरे लिए गुलाब लाये! 3- गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए, पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे, तू ऐसा खूबसूरत हीरा है, कि कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए!! 4- गुलाब सी कोमलता है तेरे हाथों में, उसकी महक बसी है तेरी साँसों में, तू यूँ ही खिली रहे जन्म-जन्म, तेरा ही नाम होगा हर दम मेरी दुआओं में। 5- कैसे भेजू मैं तुझे गुलाब, तुम तो हो ही बहुत लाजवाब, गुलाब तो फिर भी मुरझा जाते है, लेकिन तुम्हारी आखों में आँसू कभी ना आते है। 6- आज सोचा की आपको जवाब क्या दू, आप जैसे लोगो को खिताब क्या दू, कोई और फूल हो तो मुझको नहीं मालूम, जो खुद गुलाब हो उसे गुलाब क्या दू। 7- मोहब्बत का पैगाम भेजा है तुम्हे, इसे महज एक फूल ना समझना, मेरे हर एक अहसास को बयाँ करते है ये, इन्हें प्यार से क़ुबूल करना। 8- फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी, मुस्कुरा के ग़म भूलाना जिंदगी, जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ, हार कर खुशियाँ मनाना भी जिंदगी… 9- प्यार के समुन्दर में डूबना चाहते है, प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है। प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है, हम तो इस गुलाब को बस चूमना चाहते है। 10- बड़े ही नाजुक से पली हो तुम, इसलिए तोह गुलाब की कली हो तुम जिसे मिलने की बेकरारी सताए, दिल में आने वाली खलबली हो तुम बसंत पंचमी की शुभकामनाएं मज़ेदार चुटकुले इन बधाई संदेशों से दें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं