बॉलीवुड के एक दमदार अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी व अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी के दमदार अभिनय से सजी फिल्म 'हरामखोर' जिसके चर्चे आजकल गली गली है. आइए जानते है आखिर कैसी है ये फिल्म.... कहानी फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार है की अभिनय की एक चलती फिरती दुकान यानि अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी जो की फिल्म में स्कुल टीचर है जिनका नाम 'श्याम' है और उसकी स्टूडेंट संध्या 'श्वेता त्रिपाठी' के इर्द गिर्द ही फिल्म की कहानी घूमती है. टीचर श्याम स्कूल के बाद संध्या को बाकी बच्चों की तरह ट्यूशन पढ़ाता है जिसकी वजह से वो धीरे धीरे संध्या के साथ जिस्मानी ताल्लुकात भी बनाने लगता है। इन सभी बातों का प्रभाव श्याम की निजी जिंदगी पर भी पड़ता है, जिसकी वजह से उसकी पत्नी नाराज रहने लगती है। वैसे संध्या को स्कूल का हमउम्र लड़का कमल भी बहुत पसंद करता है। अब श्याम के नाजायज संबंध का अंत भी एक अलग अंदाज में होता है। जिसका पता आपको फिल्म देखकर ही चलेगा। डायरेक्शन फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है। रियल लोकेशंस की शूटिंग देखने को मिली है, साथ ही रिसर्च भी अच्छी है। फिल्म को सेंसर की कैंची चलने की वजह से काफी नुकसान हो सकता है क्योंकि उसकी वजह से कहानी प्रभावित हुई है। हालांकि स्क्रीनप्ले को थोड़ा और बेहतर किया जा सकता था क्योंकि एक तरफ जहां लव ट्रेंगल था तो दूसरी तरफ फादर-डॉटर के रिश्ते को भी दर्शाया गया है जो कहीं ना कहीं अधूरा नजर आता है। यही कारण है कि शायद सबको यह फिल्म पसंद ना आए। स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने एक बार फिर से अपनी एक्टिंग की वजह से साबित कर दिया है कि आखिरकार उन्हें दर्शकों का इतना प्रेम क्यों मिलता है। नवाजुद्दीन ने बहुत ही उम्दा एक्टिंग की हैं। वहीं श्वेता त्रिपाठी की एक्टिंग भी कमाल की है। दोनों एक्टर्स ने फिल्म को अपनी पुरजोर एक्टिंग की वजह से बांधे रखा है। वहीं बाकी साथी कलाकारों का काम भी काफी अच्छा है। फिल्म का म्यूजिक फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर कहानी के हिसाब से अच्छा है जिसे जसलीन रॉयल ने दिया है। देखें या नहीं... अगर नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बड़े फैन हैं तो एक बार जरूर देख सकते हैं। मैं नवाजुद्दीन की बहुत बढ़ी प्रशंसक हूँ..... OMG : 'हरामखोर' के पीछे पड़े लोग... हरामखोर रख फोन