गांधीनगर। पाटीदार क्षेत्र में हमें अच्छा समर्थन मिला। सूरत में राजकोट में भी हमारे प्रत्याशियों को लोगों ने सराहा हालांकि यहां भाजपा को बढ़त मिली मगर भाजपा की जीत किसी चाणक्य की नीति नहीं है। यह बात कही है पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने वे गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और कहा कि भाजपा की यह जीत ईवीएम के गलत उपयोग और पैसे का जोर चलाने के कारण हुई है। ईवीएम उस तरह से वोट नहीं कर रहे थे जिस तरह से वोट दिया जा रहा था। हम इस मामले में अपना विरोध करेंगे। हमें यह पता नहीं चला कि हमारा वोट कहां पड़ा। उन्होंने अपील की कि सभी दल एकजुट हों और ईवीएम के उपयोग को लेकर मुद्दा उठाऐ। उन्होंने गुजरात में भाजपा को अच्छा प्रतिसाद मिलने पर कहा कि, कांग्रेस का प्रदर्शन भी अच्छा रहा। इसे हम पूरी तरह से हार नहीं कह सकते हैं। हमने कई सीटों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। जीएसटी का प्रचार कर केंद्र सरकार व भाजपा जनता का समर्थन जुटाने में लगी थी। हार्दिक ने कहा कि मुझे जो पाना था पा लिया और जो खोना था खो दिया, मैं अपनी लड़ाई करूंगा। भाजपा को 5 वर्ष सत्ता में रहने के साथ हमें दबाने के मौके मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यदि ईमानदारी से चुनाव हुआ होता तो भाजपा चुनाव हार जाती। नमो नाम का वाईफाई क्यों चलाया गया यह एक सवाल है। हार्दिक ने कहा कि, पाटीदार क्षेत्रों में भाजपा की हार हुई है हालांकि राजकोट और सूरत की बात करें तो यहां पर भाजपा ने जीएसटी और अन्य मसलों को बढ़ा चढ़ाकर बताया। मगर यहां पाटीदारों ने हमें भी वोट किया है। गुजरात - हिमाचल में हुई विकास की जीत: स्मृति ईरानी गुजरात में भाजपा बहुमत की ओर: नोटा का हुआ उपयोग पहले टेस्ट में सेंचुरी की उम्मीद करना गलत - शशि थरूर