सूरत : जिस हार्दिक पटेल को पाटीदार समाज अपना हितैषी समझता रहा है, उसी के भाई ने रवि पटेल ने पाटीदार आंदोलन समाप्त करने और गुजरात सरकार से समझौता करने के वास्ते तीस लाख रूपये ले लिये है। यह खुलासा एक वीडियो के माध्यम से हुआ है। वीडियो को उसी व्यक्ति ने जारी किया है, जिससे रवि पटेल रूपये लेते हुये दिखाई दे रहा है। बताया गया है कि रूपये बिजनेसमैन मुकेश पटेल से लिये गये है, लेकिन वीडियो को मुकेश ने ही जारी कर पाटीदार समाज में खलबली मचा दी है। आरोप है कि हार्दिक पटेल के भाई रवि पटेल ने यह मोटी रकम पाटीदार आंदोलन को खत्म कराने के लिये है और इसके पीछे उद्देश्य गुजरात सरकार से समझौता कराना है। हालांकि इस आरोप से हार्दिक पटेल ने साफ इनकार कर दिया है। मांगे थे 30 लाख रूपये वीडियो जारी करने वाले मुकेश पटेल का कहना है कि हार्दिक पटेल ने गुजरात सरकार से समझौता करने के नाम पर तीस लाख रूपये मांगे थे। इसके बाद पटेल ने अपने भाई रवि को मुकेश के पास रूपये लेने भेजा था। वीडियो में रवि पटेल को रूपये लेने और गिनते हुये साफ दिख रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार से समझौता करने की योजना जेल में उस वक्त बनी थी, जब राजद्रोह के मामले में हार्दिक पटेल जेल में बंद थे और उस दौरान रवि पटेल हर दिन टिफिन लेकर उनके पास जाया करते थे। इधर रूपये लेने के मामले में न केवल पाटीदार आरक्षण आंदोलन से जुड़े पदाधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है वहीं हार्दिक पटेल ने भी इनकार कर दिया है। मेरा कोई कसूर नहीं है- हार्दिक पटेल ने कहा है कि यदि कोई रिश्तेदार किसी से लेनदेन करता है तो उसका कोई कसूर नहीं है। पटेल का कहना है कि यदि वह रूपयों का लालची ही होता तो आंदोलन कभी का समाप्त कर देता या फिर राजद्रोह के मामले में जेल नहीं जाता। आपको बता दें कि हार्दिक पटेल कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आये है और कोर्ट के आदेश के बाद राजस्थान में है। पटेल पर पूर्व सहयोगियों ने लगाए गंभीर आरोप, 'करोड़पति बनने के लिए आंदोलन का किया इस्तेमाल'