आप सभी को बता दें कि हरियाली अमावस्या को श्रावण अमावस्या, श्रावणी अमावस्या, हरी भरी अमावस्या, दीप पूजा अमावस्या, चित लगी अमावस्या आदि अनेक नामों से जाना जाता है और यह अमावस्या इस बार 1 अगस्त को यानी गुरुवार को है. वहीं बताया गया है कि यह अमावस्या पितरों को भी प्रसन्न करने का दिन होता है और इस दिन आप कई उपाय कर सकते हैं. जी हाँ, अगर जाने-अनजाने में पितरों का निरादर हुआ हो या पितरों का अंतिम कर्म ठीक से नहीं हो पाया हो तो परिवार पर कई तरह के संकट आने लगते हैं और इन संकटों से परिवार की रक्षा करने के लिए हरियाली अमावस्या पर अनेक प्रकार के उपाय कर सकते हैं. आज हम आपको उन्ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं. इस दिन क्या करें - कहा जाता है हरियाली अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करके, उसके किनारे बैठकर किसी पंडित से पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्धकर्म करवाया जाए तो पितरों को शांति मिलती है। इसी के साथ ऐसा काम करने के बाद पितरों के नाम से गरीबों को भोजन करवाना चाहिए और, गाय को चारा खिलाना चाहिए, इसी के साथ गरीबों को वस्त्र आदि भेंट करना चाहिए। कहा जाता है अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व होता है और इस दिन दोपहर 12 बजे के पूर्व पीपल के पेड़ के पेड़ की 21 परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करना चाहिए. आप इस दिन पीपल के पेड़ का पूजन कर मौली के 21 फेरे बांध सकते हैं और शाम को सूर्यास्त से पूर्व पीपल के पेड़ के नीचे आटे से पांच दीपक बनाकर प्रज्जवलित कर सकते हैं. कहा जाता है ऐसा करने से धन संबंधी समस्या समाप्त होती है. ध्यान रहे कि यह काम सूर्यास्त के बाद कभी न करें. आज ही इन 3 राशिवालों को पहनना चाहिए लाल धागा, चमक जाएगी किस्मत अगर चाहते हैं मनचाहा जीवनसाथी तो जरूर अपनाए यह फेंगशुई टिप्स कामिका एकादशी के दिन करें यह महाउपाय, मिलेगा सब कुछ