जानते ही हैं 3 अगस्त को हरियाली तीज है. इस दिन सुहागनें सोलह शृंगार करती हैं और व्रत रखती हैं. इस दिन व्रत रखने से पति की उम्र लम्बी होती है जिसके चलते सभी शादीशुदा महिला व्रत करती हैं. वहीं कुछ प्रेग्नेंट महिला भी इस व्रत के बारे में सोचती हैं कि उन्हें ये व्रत करना चाइये या नहीं. अगर आप भी ऐसा कुछ सोच रहे हैं तो खास सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्हें अपने पूरे दिन की प्लानिंग करनी होगी. जानिए किस तरह से अपनी सेहत का ख्याल रखें. * प्रेगनेंट महिला गलती से भी भूखे पेट व्रत नहीं रखना चाहिए. वह जो खाती है उससे अंदर पल रहे शिशु को भी पोषण मिलता है. इसलिए उसके भूखे रहने से शिशु के विकास पर बुरा असर पड़ सकता है. * कोशिश करें कि ज्यादा लंबे समय तक भूखा न रहें और बीच-बीच में कुछ खाती रहें. चूंकि व्रत रख रही हैं इसलिए फलाहार ही खाएं. इसके अलावा जूस और पर्याप्त मात्रा में पानी पीती रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो. * अत्यधिक चाय या कॉफी पीने से बचें, नहीं तो जलन हो सकती है. इसकी जगह दही या छाछ या फिर कुछ और लिक्विड ले सकती हैं. * शरीर को जरूरी पोषण मिलता रहे, इसलिए बीच-बीच में ड्राई फ्रूट्स खाते रहें, लेकिन इनकी मात्रा भी सीमित रखें. ज्यादा नट्स खाने से दिक्कत हो सकती है. * तीज के मौके पर महिलाएं झूला झूलती हैं, लेकिन प्रेगनेंट महिलाएं गलती से भी झूला न झूलें और ज्यादा भीड़ से भी दूर रहें. * ज्यादा इधर-उधर न घूमें और न ही ज्यादा मीठा खाएं. ये दोनों काम सीमित मात्रा में ही करें. * कई महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं और कुछ भी नहीं खातीं, लेकिन गर्भवती महिलाएं ऐसा बिल्कुल भी न करें और अपनी सेहत का खास ध्यान रखें. * सबसे जरूरी बात, तीज का व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले लें. वह आपकी सेहत और मनोदशा के हिसाब से बता देंगे कि आपको इस अवस्था में व्रत रखना चाहिए या नहीं. डेंगू के बुखार से बचने के लिए अपनाए ये 4 उपाय हाथों की चर्बी को कम करने के लिए अपनाएं ये टिप्स