चंडीगढ़: आज वित्त वर्ष 2021-22 के लिए हरियाणा राज्य की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने 1।55 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। सरकार ने कहा कि बजट में स्वास्थ्य, कृषि तथा बुनियादी ढांचा सेक्टर्स पर खास जोर दिया गया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राज्य विधानसभा में अपना द्वितीय बजट पेश किया। खट्टर के पास वित्त मंत्रालय का प्रभार भी है। इस के चलते उन्होंने कहा कि पिंजौर तथा गुरुग्राम दोनों को फिल्म सिटी की तहत विकसित किया जाएगा। मनोहर खट्टर ने बजट संभावनाओं में किसी नए कर का प्रस्ताव नहीं किया है। वित्त वर्ष 2021-22 का बजट बढ़ाकर 1,55,645 करोड़ रुपये किया गया है। यह इससे बीते वित्त वर्ष के 1,37,738 करोड़ रुपये के बजट से 13 प्रतिशत ज्यादा है। बजट व्यय में 25 प्रतिशत अथवा 38,718 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय तथा 75 प्रतिशत अथवा 1,16,927 करोड़ रुपये राजस्व व्यय है। मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि कोरोना वायरस संकट ने असाधारण चुनौतियां उत्पन्न की हैं तथा इसने ‘हमें कई सबक भी सिखाएं हैं’। उन्होंने कहा, ‘‘यह अहम है कि खास तौर पर इस खतरे के वक़्त बजट में उन सेक्टर्स को प्राथमिकता दी जाए, जो अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए आवश्यक है। हमने स्वास्थ्य, कृषि तथा बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता वाले इलाकों में रखा है।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हरियाणा की आर्थिक बढ़ोतरी के लिए अन्नदाताओं को समर्थन जारी रखेगी। बजट में सेक्टर्स के लिए 6,110 करोड़ रुपये के व्यय का प्रस्ताव किया गया है। यह 2020-21 के 5,052 करोड़ रुपये के व्यय की तुलना में 20।9 प्रतिशत ज्यादा है। इसमें से 2,998 करोड़ रुपये कृषि तथा कृषक कल्याण, 489 करोड़ रुपये बागवानी, 1,225 करोड़ रुपये पशुपालन तथा डेयरी, 125 करोड़ रुपये मत्स्यपालन एवं 1,274 करोड़ रुपये सहकारिता के लिए रखे गए हैं। दांडी मार्च की 91वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में गहलोत ने 'पदयात्रा' को दिखाई हरी झंडी निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार लॉन्च करेगा 'आत्मनिर्भर निवेशक मित्रा' पोर्टल बीजेपी ने मदन कौशिक को उत्तराखंड का भाजपा अध्यक्ष किया नियुक्त