चंडीगढ़: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन कर रहे किसानों को चुनौती दी है. उनका कहना है कि किसान आंदोलन को 7 महीने से अधिक का समय हो गया है, हमने तमाम कानूनों की उपलब्धियां बताई है, किन्तु इसकी कमियां क्या है, वह किसान बता नहीं रहे हैं. सीएम खट्टर ने कहा कि किसान शब्द बेहद पवित्र है, किन्तु इस आंदोलन में बहन-बेटियों की अस्मत लूटी गई, मर्डर हो गए, पंचायतों में टकराव हो रहे हैं, जिसने 'किसान' शब्द की गरिमा को धूमिल किया है, हम संयम बरत रहे हैं, मगर वह धमकी देते हैं, यह सभी चीजें अलोकतांत्रिक है. किसान आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों को नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हम संयम से काम ले रहे हैं, लेकिन किसी को भी सीमा लांघने नहीं दी जाएगी, ऐसे में लिख कर दें कि शांतिपूर्वक आंदोलन करेंगे, पहले कई मुख्यमंत्रियों के शासन में कितने कांड हुए है, हम तो संयम बरत रहे हैं. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जब उन्होंने अपनी हदें पार कर दीं, तो हमें उनसे यह लिखित में देने के लिए बोलना पड़ा कि उनका विरोध अहिंसक होगा, यदि हिंसा होती है तो एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें भी अदालत का नोटिस मिलेगा. जम्मू-कश्मीर में जल्द होंगे विधानसभा चुनाव, 6 जुलाई को परिसीमन आयोग करेगा दौरा सिद्धू को लेकर बोले सुखबीर बादल- ‘मिस गाइडेड मिसाइल’, पलटवार में सिद्धू ने कह डाली ये बात बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उच्च न्यायालय को सौंपी रिपोर्ट